श्रीराम जन्म महोत्सव अंतर्गत श्रीराम कथा का छठवा दिन
इटारसी। श्री राम जन्म महोत्सव समिति द्वारा 62 वें वर्ष में आयोजित श्री राम कथा के छठवें दिन व्यासपीठ पर विराजित महेंद्र मिश्र मानसमणि ने कहा कि धर्म की रक्षा के लिए अपने सगे संबंधियों से अगर बैर करना पड़े तो पीछे नहीं हटना चाहिए। ईश्वर के दिए हुए जीवन का उद्देश्य धर्म से जीना है। रावण ने माता सीता का हरण करके अपने सहस्त्रो पुण्य नष्ट करके सबसे बड़ा अधर्म किया। श्रीराम का तो जन्म ही धर्म की स्थापना के लिए हुआ था, यह बात समझकर विभीषण ने रावण के सोने की लंका का त्याग किया और वनवासी राम के पास जा पहुंचा। विभीषण एक उदाहरण है कि संसार में जब कोई अपना अधर्म करता है तो हमें उनका विरोध कर धर्म का पक्ष लेना चाहिए। अगर अधर्मी को खुला छोड़ दिया तो यह संसार जीने लायक नहीं बचेगा।
कथा व्यास मानसमणि ने श्री राम जन्म महोत्सव समिति द्वारा आयोजित संगीतमय श्रीराम कथा के छठवें दिन विस्तार देते हुए कहा कि माता सीता की खोज में निकले हनुमान जी, जामवंत, अंगद और वानर सेना समुद्र किनारे पहुंची तो वहां से आगे जाने का रास्ता खत्म हो गया। तब जामवंत जी ने हनुमान जी को उनकी शक्तियों का स्मरण कराते हुए कहा कि कहे रीछपति सुन हनुमाना, का चुप साध रहा बलवाना। पवन तनय बल पवन समाना, बल बुद्धि विवेक विज्ञान निधाना। ऐसा कहते ही हनुमान जी विशालकाय रूप धारण करके लंका की ओर उड़ गए। लंका में माता सीता का पता लगाया, अक्षय कुमार का वध किया। इतना ही नहीं रावण की सोने की लंका अहंकार खत्म करने पूरी लंका को जला दिया। कथाव्यास ने लंका दहन, रावण हनुमान संवाद, माता सीता की खबर लेकर श्री राम के पास पहुंचने की खबर विस्तार से श्रोताओं को सुनाई।
कल मनेगा श्रीराम जन्म, निकलेगी शोभायात्रा
समिति के प्रवक्ता भूपेंद्र विश्वकर्मा ने बताया कि श्रीराम नवमी के अवसर पर कल रविवार की कथा सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगी। वहीं दोपहर 12 बजे प्रभु श्रीराम का भव्य जन्मोत्सव मनाया जायेगा। साथ ही शाम को श्रीराम नवमी का विशाल धर्म जुलूस निकलेगा जिसमें सभी धर्म प्रेमी जनता के शामिल होने का अनुरोध आयोजन समिति ने किया है।
कथाव्यास पर विराजित मानसमणि का आयोजन समिति अध्यक्ष नीरज जैन, कार्यकारी अध्यक्ष विपिन चांडक, सचिव अभिषेक तिवारी, उपाध्यक्ष विष्णुशंकर पांडेय, कोषाध्यक्ष प्रकाश मिश्रा, सह कोषाध्यक्ष अमित सेठ, एसडीओपी वीरेंद्र मिश्र, टीआई गौरव बुंदेला, आरपीएफ टीआई अनुराधा मिश्रा, नपाध्यक्ष पंकज चौरे, नपा उपाध्यक्ष निर्मल सिंह राजपूत, श्री द्वारिकाधीश महिला मंडल, साहू समाज, पूज्य पंचायत सिंधु समाज, सिख समाज, सनातन पंजाबी समाज, श्री गौड़ मालवीय ब्राम्हण समाज महिला संगठन, रजक समाज, श्री रामनाम प्रचार समिति, महिला मोर्चा संगठन, हिन्दू महाशक्ति संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी नागरिकों ने उपस्थित होकर कथाव्यास महाराज मानस मणि का पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया।