इटारसी। रविवार रात को श्री देवल मंदिर,काली समिति, पुरांनी इटारसी में राष्ट्रीय कवि संगम, इटारसी इकाई द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिला अध्यक्ष सुनील वाजपेयी के मार्गदर्शन में कवि पं आलोक शुक्ल अनूप का संयोजन था। मंच का संचालन संदीप मदन गुरु बोरना द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ पुरुषोत्तम गौर की शारदे वंदना से हुआ। विभिन्न विषयों पर ओज, श्रृंगार, हास्य विधाओं से कवियों ने खूब तालियाँ बटोरीं। रामकिशोर नाविक इटारसी,संदीप मदन गुरु बोरना, सुनील भिलाला सिवनी, आलोक शुक्ल अनूप इटारसी, पुरुषोत्तम गौर हरदा, सौरभ यादव सूर्य होशंगाबाद, हिमांशु शर्मा होशंगाबाद, गुलाब भूमरकर इटारसी, एस आर धोटे इटारसी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। देर रात तक चले कवि सम्मेलन का श्रोताओं ने जमकर आनंद लिया। अंत में काली समिति के प्रमुख जयप्रकाश पटेल ने आभार व्यक्त किया।
ये पंक्तियां थी कवियों की
गीतकार रामकिशोर नाविक ने आओ बैठो पास हमारे, हल्का मन कर लें, संदीप मदन गुरु ने गाय को माता कहने वाले हिंदुस्तानी, सुनील भिलाला ने मेरे देश की युवा पीढ़, आलोक शुक्ल अनूप ने तेरी जुल्फों में घर बनाना चाहता हूं, पुरुषोत्तम गौर ने त्याग, तपस्या, साहस, धीरज, अगर, सौरभ यादव सूर्य ने जिनका बदन गठीला, मूंछे तनी तनी सी, हिमांशु शर्मा ने खोजा हर एक गली व नगर तुम नहीं मिली, गुलाब भूमार्कार ने कौन है ऐसा इस दुनिया में जिनको अपना कहते हैं, कविता सुनाई।