मानसून सक्रिय, बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना, ड्यूटी चार्ट तैयार
इटारसी। मानसून की सक्रियता को देखते हुए जिला मुख्यालय के साथ ही तवा बांध पर जल संसाधन विभाग ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर कर्मचारी और अधिकारियों की तैनाती भी कर दी है। इस वर्ष अच्छी बारिश के चलते तवा बांध पिछले वर्ष की तरह ही लबालब होने की संभावना है। जल संसाधन विभाग ने फ्लड कंट्रोल के लिए चार्ट बनाकर कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगा दी है। तवाबांध के कंट्रोल रूम में चौबीस घंटे तीन शिफ्ट में काम करने के लिए कर्मचारियों को तैनात किया है।
बांध प्रबंधन ने तो हर वर्ष की तरह तैयारी कर ली है। लेकिन, हर वर्ष संचार माध्यमों के फेल हो जाने पर जो परेशानी आती है, उसके मान से भारत संचार निगम के अफसरों को इस बार सख्त निर्देश देने की जरूरत है। मानसून के दौर में तवा नगर की टेलीफोन व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है और मोबाइल भी कमजोर सिग्नल के कारण काम नहीं करते हैं। ऐसे में बीएसएनएल को कोई कर्मचारी यहां कंपलेन अटैंड करने को नहीं होता है, जबकि बांध क्षेत्र में मानसून के दौर में दूरसंचार के साधनों की महती आवश्यकता होती है। इस वर्ष जिले के अफसरों को दूरसंचार के अफसरों से तवानगर में ही कर्मचारियों की तैनाती कराना चाहिए। यहां कई आवास खाली हैं जिनमें चार माह के लिए कर्मचारियों को रोककर उनसे संचार व्यवस्था दुरुस्त रखने का काम लिया जा सकता है।
यदि सैलानियों को मौका मिला तो
विभाग ने हर वर्ष की तरह जो तैयारियां होती हैं, वे तो कर ली हैं। लेकिन, अच्छी बारिश हुई और बांध के गेट खुले तो आने वाली पब्लिक के मान से तैयारी अधूरी है। दरअसल, इस बार लॉक डाउन में दो माह घर बैठे लोग ऐसे अवसर के इंतजार में हैं। शासन स्तर पर रोक नहीं लगी तो बांध के खुले गेटों का नजारा देखने पिछले वर्षों से अधिक लोग पहुंचेंगे, ऐसा अनुमान है। पिछले वर्ष गेट खुले थे तो तवानगर में ऐसा जाम लगा कि लोगों को पैदल निकलने की जगह नहीं मिल रही थी।
इतने कर्मचारी करेंगे ड्यूटी
तवा बांध पर तीन शिफ्ट में कर्मचारी तकनीकि, सुरक्षा और डाटा के लिए काम करेंगे। अधिकारियों की भी लगातार मॉनिटरिंग चलेगी। कंट्रोल रूम में हर शिफ्ट में चार कर्मचारी और सब इंजीनियर काम करेंगे। इस तरह से चौबीस घंटे कर्मचारी तैनात रहेंगे। इसके साथ ही मुख्य डेम पर दोनों ओर तथा गैलरी और कंट्रोल रूम के पास सभी नाकों पर करीब 26 कर्मचारियों को तैनात किया गया है। फिलहाल अमीनों की ड्यूटी नहीं लगायी है, लेकिन इमरजेंसी के वक्त इनकी सेवाएं भी ली जाएंगी।
पिछले वर्ष से 8 फुट अधिक
तवा जलाशय में वर्तमान में जलस्तर 1114.90 फुट है। बांध की कुल जलभराव क्षमता 1166 फुट है। इस हिसाब से देखा जाए तो अभी बांध में 51 फुट पानी की और आवश्यकता है। यदि अच्छी बारिश हुई तो इतना पानी भरना आसान है। हो सकता है कि बांध के गेट जल्द खोलने पड़ें। हालांकि मौसम विभाग ने सामान्य वर्षा का ही अनुमान जताया है। बांध में जल स्तर की तुलना पिछले वर्ष से की जाए तो इस वर्ष 8 फुट पानी अधिक है। पिछले वर्ष इस समय तक जलस्तर 107 फुट था।
इनका कहना है…
फ्लड कंट्रोल रूम तैयार है, ड्यूटी चार्ट भी बन गया है। मेंटेनेंस जो होता है, वह हो चुका है। सभी नाकों पर कर्मचारियों की तैनाती हो गयी है। जहां तक पर्यटकों की बात है तो शासन स्तर ये यदि अनुमति नहीं रही तो प्रतिबंध रहेगा और यदि अनुमति रही तो उसके लिए भी हमारी तैयारी है।
एनके सूर्यवंशी, एसडीओ जल संसाधन