ईश्वर के प्रति भरोसा ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धा : दुबे

इटारसी। श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर (Shri Durga Navgrah Mandir) में पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं अभिषेक कार्यक्रम चल रहा है। यहां मुख्य आचार्य विनोद दुबे, आचार्य सत्येन्द्र पांडे, आचार्य पीयूष पांडे भगवान शिव का पूजन एवं अभिषेक करा रहे हैं।
कार्यक्रम में पं. विनोद दुबे ने शिव पुराण की महिमा बताते हुए कहा कि भगवान शिव की कथा सुनने से चित और मन की शुद्धि होती है और शुुद्ध चित में ही भगवान शिव एवं पार्वती का वास होता है। जो भी भक्त निर्मल मन और शुद्ध चित से भगवान का स्मरण करता है वह शुद्ध आत्मा सदा शिव के पद को प्राप्त होता है। भगवान शिव की आराधना निरंतर करना चाहिए यह सभी मनुष्यों के लिए कल्याणकारी है। यह कथा भव बंधन रूपी रोगो का नाश करने वाली है।
उन्होंने कहा कि जब चित शुद्ध होगा तब ही ज्ञान वैराग्य की प्राप्ति होगी तब निश्चित ही भगवान महेश्वर अपने भक्तों की मनोकामना पूरी करेंगे। उन्होंने कहा कि भगवान शिव की भक्ति करने से जीवन की नौका पार हो जाती है। उन्होंने एक ब्राह्मण विदुंग और उनकी पत्नी चंचुला की कथा सुनाते हुए संक्षिप्त में कहा कि पति पत्नी दोनों अपने धर्म से भ्रष्ट हो गए थे। पति की मृत्यु होने पर यमराज ने उन्हें नर्क में भेज दिया। लेकिन उनकी पत्नी चंचुला वह भी पति धर्म से भ्रष्ट हो चुकी थी किंतु उनके परिवारजनों के साथ दो कण क्षेत्र में जाकर उसने भगवान शिव की आराधना की और भगवान शिव उस पर प्रसन्न हुए तथा चंचुला को शिव लोक प्राप्त हुआ।