कल्पतरु अभियान : पर्यावरण विभीषिका से ले रहा लोहा

साईंखेड़ा। नरसिंहपुर जिले के कस्बाई शहर साईंखेड़ा में पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में एक अनूठा एवं अनुपम अभियान शिक्षक अरविंद राजपूत ‘कल्प’ द्वारा चलाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत पर्यावरण के संरक्षण और संवर्धन के लिए संपूर्ण क्षेत्रवासियों को वृक्षों का महत्व उनकी उपयोगिता और उनका वास्तविक स्वरूप का उद्देश्य जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को प्रातः 9:30 एक नियत स्थान पर साप्ताहिक पौधारोपण कार्यक्रम अनवरत 120 सप्ताह से जारी है।
इस अभियान का शुभारंभ 21 जनवरी 2017 कल्पतरू प्रणेता अरविंद राजपूत ‘कल्प’ के द्वारा स्वामी विद्यानंद आइडियल पब्लिक स्कूल साईंखेड़ा में संस्था के संरक्षक स्वामी विद्यानंद अवधूत सोनादहार वालों एवं तत्कालीन विधायक गोविंद सिंह पटेल के कर कमलों से प्रथम पौधा रोपित किया गया।
प्रारंभिक दौर में यह अभियान केवल नगर की संस्था स्वामी विद्यानंद आइडियल पब्लिक स्कूल तक ही सीमित रहा जहां पर संस्था के छात्र-छात्राओं शिक्षक शिक्षिकाओं एवं संचालक मंडल द्वारा अपने-अपने जन्मोत्सव वैवाहिक वर्षगांठ पर पौधे रोपित किए गए। लेकिन अभियान का उद्देश्य नेक होने के कारण संपूर्ण क्षेत्र में अभियान की लोकप्रियता बढ़ने लगी जिसके चलते मात्र 6 से 7 वें सप्ताह में ही नगर वासियों क्षेत्र वासियों के द्वारा अपने-अपने जन्मोत्सव एवं वैवाहिक सालगिरह पर पौधे रोपित किए जाने लगे। देखते ही देखते अभियान में प्रत्येक शनिवार 10 से 15 पौधे तक रोपित किए जाने लगे इस अभियान के सदस्यों के द्वारा प्रत्येक पुनीत कार्य के अवसर पर पता चलते ही नगर व क्षेत्रवासियों के घरों में पहुंचकर पौधा उपहार स्वरूप प्रदान किया जाने लगा। उन्हीं के कर कमलों से पौधा रोपित किया जाने लगा। जिसके चलते लोगों में पर्यावरण के प्रति जागृति आई और देखते ही देखते नगर व क्षेत्र वासियों के अलावा बड़े-बड़े राजनेता, प्रशासनिक अधिकारी, पत्रकार, व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी इस अभियान से जुड़कर पौधारोपण करने लगे।
वर्तमान दौर में जल संकट अत्यधिक गर्मी का सामना पृथ्वी वासियों को करना पड़ रहा है और अगर इसी प्रकार पर्यावरण प्रदूषित होता रहा तो आने वाले कुछ एक दशकों के उपरांत पृथ्वी पर जीवन दूभर हो जाएगा। इन समस्त समस्याओं से निजात पाने के लिए कल्पतरु अभियान संपूर्ण जनमानस में पर्यावरण संरक्षण संवर्धन हेतु न केवल वृक्षारोपण कर रहा है बल्कि अपने स्तर पर जल संवर्धन एवं पॉलीथिन मुक्त पृथ्वी के लिए संघर्ष कर रहा है। इस अभियान के माध्यम से अब तक नगर साईं खेड़ा में हजार से बारह सौ के लगभग पौधे रोपित किए जा चुके हैं जिनमें से 80 से 90% तक के पौधे जीवित अवस्था में हैं जिनमें से अधिकतर पौधे अब वृक्ष का रूप ले चुके हैं। साथ ही संपूर्ण क्षेत्र से लगे हुए दूर अंचल ग्रामीण क्षेत्र में भी कल्पतरु अभियान के सदस्यों द्वारा पौधारोपण ग्राम वासियों के माध्यम से कराया जाता है जिनमें से कुछ प्रमुख ग्राम – “नंदन कल्पतरु अभियान तूमरा”, “नमामि कल्पतरु अभियान पिट रास”, “श्री राम जानकी कल्पतरु अभियान रमपुरा”, “कल्पतरु अभियान मेहरा गांव”, “रेवा कल्पतरु अभियान टेकापार” एवं वृक्ष मित्र संस्था सालीचौका जैसे अनेक अनेक ग्राम व शहरों में पौधे रोपित कराए जा रहे हैं।
अभियान के प्रचार प्रसार एवं जनमानस में स्थाई छवि बनाने के उद्देश्य कल्पतरु अभियान अपना वार्षिकांक प्रकाशित करता है जिसमें पौधा रोपित करने वाले व्यक्तियों के पौधारोपण के अवसर के छायाचित्र एवं संपूर्ण क्षेत्र वासियों रचनाकारों द्वारा पर्यावरण से संबंधित लेख इस पत्रिका में छापे जाते हैं तथा यह पत्रिका संपूर्ण क्षेत्र के प्रकृति प्रेमियों को निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। इस अभियान के सदस्यों द्वारा समय-समय पर विविध प्रकार के समाज सेवी कार्यक्रम किए जाते हैं साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कल्पतरु अभियान ने अपना एक प्रकल्प कल्पतरू साहित्य सृजन मंच का गठन कर साहित्य प्रेमियों को भी एक मंच प्रदान किया है।

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