गेहूं खरीदी में लगाया भेदभाव का आरोप
इटारसी। रैसलपुर उपमंडी में अपना गेहूं बेचने आने वाले किसान परेशान हैं। किसानों का कहना है कि यहां किसानों से गेहूं खरीदने में भेदभाव हो रहा है। रैसलपुर उपमंडी में तीन खरीद केंद्र हैं। यहां रैसलपुर सोसायटी के माध्यम से समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी कार्य हो रहा है, लेकिन सहकारी खरीदी की शुरू से ही सही मैपिंग नहीं होने से इस केंद्रों पर अपना गेहूं विक्रय करने आ रहे विभिन्न ग्रामों के पंजीकृत किसानों को घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा है तो वहीं उन किसानों के द्वारा उक्त समिति खरीदी केंद्र के कर्मचारियों पर भेदभाव कर तुलाई की जाने का आरोप भी लगाया है।
शुक्रवार को दोपहर में रैसलपुर उपमंडी में अनाज बेचने आये करीब एक दर्जन ग्रामों के किसानों को जब उपज बेचने में परेशानी आयी तो उन्होंने मीडिया को जानकारी दी। किसानों ने कहा कि किराए से ट्रैक्टर ट्राली में गेहूं यहां लेकर आए परंतु हमें किराये की ट्रैक्टर ट्राली का भाड़ा पंद्रह सौ रुपए प्रतिदिन के हिसाब से देना पड़ेगा। सोसायटी के कर्मचारियों की तानाशाही और तुलाई नहीं करने से कई घंटों से रैसलपुर उपमंडी में अपने गेहूं की तुलाई के लिए तेज गर्मी के मौसम में इंतजार करना पड़ा है। अभी तक हमारे द्वारा लाए गेहूं की तुलाई नहीं की गई है। जिससे हम लोगों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है और समिति केंद्र में कार्यरत तुलाई कर्मचारियों द्वारा अभद्रता की जा रही है।
इनका कहना है…!
यहां तीन समिति केंद्रों रैसलपुर एक और दो के साथ ही बीजासेन वेयर हाउस केंद्र की खरीदी की जा रही है। इस खरीदी केंद्र में करीब 650 पंजीकृत किसानों का गेहूं खरीदा जाना है, लेकिन बाहर से आए हम्माल के वापस चले जाने के कारण खरीदी के कार्य में देरी हो रही है। इसके अलावा वेयर हाउस में भंडारण का कार्य हम्मालों की कमी से प्रभावित हो रहा है। वेयर हाउस के आसपास एवं एनएच 69 पर भी गेहूं के बोरों से भरे ट्रकों की संख्या भी बढ़ रही है।
हरीश पटेल, खरीदी केंद्र प्रबंधक
यदि किसी भी समिति केंद्र पर पंजीकृत किसानों को गेहूं विक्रय करने में कोई दिक्कत आ रही है तो समिति केंद्र प्रबंधक की खरीदी व्यवस्था को सुधारा जाएगा।
दिलीप सक्सेना, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम