जय जगत पदयात्रा : अहिंसा का संदेश दस देशों के प्रतिनिधि आ रहे हैं

इटारसी। महात्मा गांधी के समाधि स्थल से 2 अक्टूबर को सेवाग्राम महाराष्ट्र के लिए निकली जयजगत यात्रा इटारसी में 8 दिसंबर को आएगी। यहां ओवरब्रिज पर नगर की ओर से पदयात्रियों का स्वागत किया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस थाने के सामने, पहली लाइन में महावीर भवन के तिराहे पर स्वागत के बाद यात्रा जयस्तंभ पहुंचेगी। यहां पदयात्रियों का स्वागत होगा और फिर पदयात्री महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने गांधी स्टेडियम के पास जाएगी। यहां से पड़ाव होगा, गोठी धर्मशाला, जहां मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी जय जगत पदयात्रा के प्रदेश के संयोजक और एकता परिषद के राष्ट्रीय संयोजक अनीष कुमार ने ईश्वर रेस्टॉरेंट में मीडिया को दी।
इस अवसर पर यात्रा की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रो. केएस उप्पल, हरदा के राहुल शाह, पथरोटा से संदीप मेहतो, वरिष्ठ नागरिक मंच से जीपी दीक्षित, राजकुमार दुबे, गांधी विचार मंच के बृजमोहन सोलंकी, सेवादल से अवध पांडेय, त्रिवेणीदास वैष्णव, कांगे्रस से अध्यक्ष पंकज राठौर, विजय बाबू चौधरी, जयप्रकाश अग्रवाल, राहुल दुबे सहित अनेक समाजसेवी और विभिन्न संगठनों के सदस्य मौजूद थे। अनीष कुमार ने बताया कि इस पदयात्रा में दुनिया के दस देशों के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी जी और कस्तूरबा गांधी की 150 वी जन्म जयंती के मौके पर यह यात्रा निकाली जा रही है। इसे नाम दिया है, बा-बापू 150 वर्ष। यात्रा का नेतृत्व पीवी राजगोपाल कर रहे हैं और इस में भारत सहित दुनिया के दस देशों के नौजवान सहित 50 पदयात्री शामिल हैं, जो एक वर्ष के लिए अपना घरवार छोड़कर आये हैं। दस देशों को पार करके इस पदयात्रा का समापन 2 अक्टूबर 2020 को जेनेवा में होगा।

ऐसा रहेगा यात्रा का मार्ग
6 दिसंबर को जय जगत पदयात्रा होशंगाबाद आ जाएगी। 7 को दोपहर में होशंगाबाद से रवाना होकर, शाम को इटारसी से पहले प्लेटिनम रिसोर्ट में रात्रि ठहराव होगा। 8 दिसंबर को सुबह यह यात्रा सुबह 10 बजे इटारसी के लिए रवाना होगी और नगर की ओर से ओवरब्रिज पर स्वागत होगा। यहां से पुलिस थाने के सामने से, महावीर भवन तिराहे से महात्मा गांधी मार्ग होकर जयस्तंभ चौक पहुंचेगी। यहां से गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण, गोठी धर्मशाला में बापू विश्राम कक्ष के बाद धर्मशाला के सभागार में मुख्य कार्यक्रम होगा। यहां से यह यात्रा पथरोटा, कुबड़ाखेड़ी, छीरपानी, पीपलढाना होकर जमानी पहुंचेगी। पीपलढाना में व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की जन्मभूमि को नमन करके दोपहर का भोजन होगा। इसके बाद हिरनखेड़ा, धरमकुंडी, भीलटदेव होकर पदयात्रा सिवनी मालवा होकर टिमरनी पहुंचेगी।

ये कार्यक्रम किये जाएंगे
न्याय एवं शांति के लिए वैश्विक पदयात्रा गोठी धर्मशाला में पहुंचेगी तो यहां चार मुख्य विषयों पर वक्ता अपने विचार रखेंगे। इनमें गरीबी उन्मूलन-जल, जंगल, जमीन पर समुदाय के अधिकारों से टिकाऊ आजीविका सुनिश्चित करना, हिंसा मुक्ति-प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष हिंसा से मुक्त शांति पर आधारित खुशहाल दुनिया, समानता एवं न्याय- भेदभाव, ऊंच-नीच एवं असमानता को समाप्त कर बराबर के आधार पर स्वाभिमानपूर्वक जीने का पूरे विश्व में माहौल तैयार करना और जलवायु परिवर्तन- प्रकृति की संरक्षा एवं सुरक्षा, रासायनिक एवं कार्बन उत्सर्जन करने वाले उद्योगों को रोक कर प्राकृतिक परिवेश को स्वस्थ बनाना, जैसे विषय शामिल रहेंगे। इस दौरान शहर के स्कूली बच्चों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। ये बच्चे भी मुख्य समारोह में स्वयं की कविता, भाषण या अपने विचार भी व्यक्त कर सकते हैं।

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