मानसून सक्रिय, कहीं तेज, कहीं मद्धम बारिश का दौर
इटारसी। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में कम दबाव का क्षेत्र बनने से एक बार फिर मानसून (Mansoon) सक्रिय हो गया है। नर्मदापुरम (Narmadapuram) संभाग के जिलों में कई जगह तेज बारिश (heavy rainfall) तो कहीं तेज हवा, गरज और चमक के साथ बौछारें पड़ रही हैं। पिछले चार दिन पूर्व आसमान पर बादलों ने मौजूदगी दर्ज करायी थी और फिर बरसना शुरु कर दिया। मौसम विभाग के अनुसार कभी तेज, कभी मद्धम बारिश का दौर अभी कुछ दिन और चलेगा।
सावन (Savan) लगभग सूखा गया और भादौ में बारिश ने अपना भादौ वाला अंदाज दिखा ही दिया। बारिश से खेतों में मुरझायी फसलों को जीवनदान मिल गया है, इससे अन्नदाता के चेहरों पर नूर लौट आया है। मानसून की पुन: सक्रियता से होशंगाबाद संभाग समेत ज्यादातर जगहों पर जोरदार बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली है। लगभग पूरा सावन सूखा बीतने के बाद मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। तवा बांध (Tawa Dam) में तीन दिन में करीब ढाई फुट पानी बढ़ा है। अभी सोमवार से तेज बारिश का अनुमान है, ऐसे में बांध प्रबंधन को उम्मीद है कि निर्धारित जलस्तर मिल जाएगा।
पिछले 24 घंटे में बारिश
पिछले चौबीस घंटे में संभाग के होशंगाबाद (Hoshangabad) जिले में कई स्थानों पर बारिश हुई। बाबई (Babai) तहसील में 6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। यहां अब तक इस सीजन में 356 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की जा चुकी है। बनखेड़ी (Bankhedi) में 8 मिमी वर्षा हुई और अब तक वर्षा का योग 543 मिलीमीटर है। इसी तरह से सोहागपुर (Sohagpur) में 7 एमएम और कुल 483 मिमी, सिवनी मालवा (Seoni Malwa) में बीते 24 घंटे में वर्षा नहीं हुई, जबकि यहां अब तक 443.8 मिमी वर्षा हो चुकी है। डोलरिया (Dolariya) तहसील में अब तक 238.9 मिमी वर्षा हो चुकी है, पिछले चौबीस घंटे में यहां बारिश दर्ज नहीं हुई है। इसी तरह से होशंगाबाद तहसील में 5.2 और 599.8, इटारसी (Itarsi) में 12.2 और 509 मिमी, पिपरिया (Pipariya) में 7 एमएम तथा कुल 469.2 मिमी तथा पचमढ़ी (Pachmari) में 26.8 और कुल 613 मिमी वर्षा दर्ज हुई है।
अभी आ रहा है लगातार पानी
पहाड़ी क्षेत्रों पर बारिश का दौर जारी है। इसकी वजह से सतपुड़ा जलाशय (Satpuda Dam) के और भी गेट खोले जा सकते हैं। इधर तवा के कैचमेंट क्षेत्र और पचमढ़ी में भी कभी तेज तो कभी मद्धम बारिश जारी है। ऐसे में माना जा सकता है कि तवा में और पानी आएगा। आशा की जा सकती है कि तवा बांध का जो निर्धारित जलस्तर (Water Lable ) है, वहां तक पानी पहुंच सकेगा। हालांकि अभी 31 जुलाई का जलस्तर तक पानी पहुंचने में भी काफी देर है। इस अवधि तक तवा में 1158 फुट (352.95 मीटर) जलस्तर निर्धारित है। इस हिसाब से देखा जाए तो अभी भी 31 जुलाई के जलस्तर से बांध में 23 फुट पानी कम है। हालांकि जल संसाधन विभाग को उम्मीद है कि मौसम को लेकर जो पूर्वानुमान हैं, अभी बारिश होगी और निर्धारित जलस्तर तक पहुंच जाएंगे।
सारणी डेम के गेट खुले
शनिवार सुबह से लगातार हो रही बारिश की वजह से सतपुड़ा जलाशय के गेट धीरे-धीरे खुलने लगे हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को सुबह 9 बजे जलाशय के तीन गेट खोले। उसके बाद 10:30 बजे गेट की संख्या बढ़ाकर 5 कर दी, जबकि 1 बजे पहाड़ी क्षेत्र शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सतपुड़ा जलाशय के 7 गेट 1-1 फीट तक खोल दिए थे। वर्तमान में सतपुड़ा जलाशय का एक गेट खोलकर 880 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
तवा के जलस्तर की स्थिति
रविवार को सुबह 9 बजे तवा बांध का जलस्तर 1134.10 फुट के आसपास रहा। सुबह 6 बजे यह 1134 फीट था। यानी तीन घंटे में करीब .10 फुट का इजाफा हो गया। तवा में 8.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई जबकि अब तक यहां 469 मिमी वर्षा दर्ज हो चुकी है। 8 अगस्त को तवा बांध का जलस्तर 1132.90 और 7 अगस्त को यह 1132.50 और 6 अगस्त को 1131.70 फीट था। इस तरह से देखें तो तीन दिन में तवा जलाशय में करीब सवा ढाई फुट पानी का इजाफा हुआ है।
इनका कहना है…
सोमवार से अभी अच्छी बारिश होने की संभावना है। इस वर्ष कुछ ज्यादा ही लेट हो गये हैं, लेकिन उम्मीद है कि अच्छी बारिश से निर्धारित जलस्तर तक पहुंच जाएंगे। सारणी से भी तवा में पानी आ रहा है, कल 9 गेट खोले थे, अभी भी पानी आ रहा है।
एनके सूर्यवंशी, (Nk Suryavansi) एसडीओ तवा (S.d.o tawa)