तैयारियों का दौर : समर्थन मूल्य पर 25 से होगी गेहूं खरीद

तैयारियों का दौर : समर्थन मूल्य पर 25 से होगी गेहूं खरीद

होशंगाबाद/इटारसी।
– गेहूं बेचने जिले में किसानों ने कराये 56 हजार पंजीयन
– आठ तहसील में कुल 196 गेहूं उपार्जन केन्द्र बनाये हैं
– गेहूं उपार्जन का कार्य 25 मार्च से 22 मई तक चलेगा

इस वर्ष 25 मार्च से 22 मई तक समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की होगी। समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद के लिए इटारसी और आसपास 15 सोसायटी गेहूं की खरीद कार्य करेंगी। कुछ समितियां गेहूं की खरीद का कार्य कृषि उपज मंडियों में करेंगी तो कुछ को खेतों में बनने वाले केन्द्रों में यह कार्य करना होगा। जिले में गेहूं खरीद के लिए 196 खरीद केन्द्र बनाये गये हैं।
गेहूं खरीद कार्य के लिए इटारसी तहसील की पंद्रह सोसायटियों में जो पंजीयन हुए हैं उनकी संख्या 6992 है, जिसमें गेहूं, चना और सरसों शामिल हैं। समितियों में कुल 17,152.78 हैक्टेयर के लिए पंजीयन कार्य कराया है। तहसील में सभी सहकारी समितियों ने खरीद की तैयारियां प्रारंभ कर दी है। जिले में होशंगाबाद तहसील में 13 केन्द्र, डोलरिया में 17, बाबई में 27, सोहागपुर 29, पिपरिया 19, बनखेड़ी में 22, इटारसी में 19 और सिवनी मालवा में 50 केन्द्रों पर गेहूं उपार्जन का कार्य होगा।

जिले में 76 हजार पंजीयन
गेहूं उपार्जन के लिए होशंगाबाद जि़ले में 2.36 लाख हैक्टेयर रकबे के लिए में कुल 76000 किसानों के पंजीयन हुये हैं। इस वर्ष जिले में कुल लगभग 3 लाख हेक्टर में गेहूं की बोवनी हुई है, जिसमें गेहूं लगभग 92 प्रतिशत क्षेत्र में है। उपसंचालक कृषि जितेन्द्र सिंह ने बताया कि जि़ले में इस वर्ष 50 क्विंटल प्रति हेक्टर के मान से खऱीदी होगी। होशंगाबाद जि़ले में गेहूं की प्रदेश में सर्वोच्च उत्पादकता है। इस वर्ष लगभग दस लाख मैट्रिक टन गेहूं खऱीदी की संभावना है। प्रदेश की लगभग 15 फीसद गेहूं की खरीद होशंगाबाद जिले में होती है जो उत्पादकता में पंजाब की बराबरी पर है। माना जा रहा है कि इस बार किसानों को पिछले साल के मुकाबले 75 रुपये कम में उपज बेचना पड़ेगी। इस बार गेहूं का समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल रहेगा। पिछले साल गेहूं का समर्थन मूल्य 1840 रुपये प्रति क्विंटल और 160 प्रति क्विंटल बोनस दिया जाना तय हुआ था। इस बार बोनस तय नहीं हुआ है, किसान को समर्थन मूल्य पर ही संतोष करना होगा।

ये समिति करेंगी गेहूं खरीद
वृहताकार सेवा सहकारी समिति रैसलपुर, ग्राम रैसलपुर में, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति सनखेड़ा, समिति मुख्यालय सनखेड़ा में, वृहताकार सेवा सहकारी समिति इटारसी दो स्थानों पर कृषि उपज मंडी और भीलाखेड़ी में खरीद करेगी। इसी तरह से सेवा सहकारी समिति गोंची तरोंदा, गोंचीतरोंदा और ग्राम भट्टी में, सेवा सहकारी समिति सोनतलाई, ग्राम सोनतलाई में, सेवा सहकारी समिति रामपुर गुर्रा भी समिति मुख्यालय रामपुर में, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति पथरोटा, मुख्यालय पथरोटा में, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति जमानी समिति मुख्यालय जमानी में, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति बिछुआ, समिति मुख्यालय बिछुआ में, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति केसला, ग्राम केसला में, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कालाआखर द्वारा समिति मुख्यालय कालाआखर में, नर्मदांचल विपणन सहकारी संस्था मर्यादित होशंगाबाद ग्राम घाटली और सेवा सहकारी समिति मर्यादित ब्यावरा ग्राम ब्यावरा में ही खरीद करेगी।

समीक्षा बैठक 16 को भोपाल में
रबी विपणन वर्ष 2020-21 में रबी फसलों के उपार्जन की तैयारी की भोपाल एवं नर्मदा संभाग की समीक्षा बैठक प्रमुख सचिव मप्र शासन, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण की अध्यक्षता में 16 मार्च सोमवार को सुबह 10:30 से 2 बजे तक वल्लभभवन मंत्रालय के कक्ष क्रमांक 506 भोपाल में होगी। बैठक में कलेक्टर, उपार्जन कार्य के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी जिसमें अपर कलेक्टर और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के साथ ही जिले में पदस्थ कृषि अधिकारी, भारतीय खाद्य निगम, खाद्य, सहकारिता, नापतौल, मार्कफेड, एमपी एससीएससी, एमपी डब्ल्यूएलसी के नोडल अधिकारी, सीडब्ल्यूसी एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों के संभाग एवं जिला अधिकारियों को शामिल होना है। मप्र शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की ओर से प्रदेश के समस्त कलेक्टर्स के अलावा खरीद से संबंधित समस्त विभागों के अधिकारियों को इस बैठक में आमंत्रित किया है।

इनका कहना है…!
इस वर्ष लगभग दस लाख मैट्रिक टन गेहूं खऱीदी की संभावना है। प्रदेश की लगभग 15 फीसद गेहूं की खरीद होशंगाबाद जिले में होती है जो उत्पादकता में पंजाब की बराबरी पर है। सर्वोच्च उत्पादकता के कारण जिले के किसानों को लगातार तीन वर्ष से कृषि कर्मण अवार्ड मिल रहा है।
जितेन्द्र सिंह, उपसंचालक कृषि होशंगाबाद

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AUTHORRohit

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