देरी से आने की पूरी कीमत चुका रहा है मानसून
सड़कों, पुलों, मैदानों और गलियों में पानी का कब्जा
इटारसी। देर से सक्रिय हुआ मानसून देरी से आने की पूरी कीमत चुका रहा है। शुरुआत में दो-तीन दिन बरसकर बादल रुख्सत हुए थे और फिर घूम कर लौटा मानसून एक पखवाड़े से पूरी तरह से सक्रिय है। लगभग हर रोज दिन और रात में कभी तेज, कभी रिमझिम रुक-रुककर बरसात हो रही है। लगातार बारिश से खेतों में लबालब पानी भर गया। गांव से लेकर शहर तक पानी ही पानी नजर आ रहा है। भारी बरसात से नदियों का जलस्तर भी बढऩे लगा है। इसे लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। शहर की सड़कों पर दरिया बह रहा है तो खुले मैदान समंदर नजर आ रहे हैं। सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि नगर पालिका के सामने पार्किंग स्थल पर और साइड में उत्तरी सीढ़ी के नीचे ही पानी भरा था जहां निकासी का कोई इंतजाम नहीं है। यहां के दुकानदारों को काफी परेशानी हुई और ग्राहक भी बारिश के दौरान दुकानों तक नहीं पहुंच सके।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित हो रही है। लगातार हर तीन घंटे में मिल रहे मौसम के अपटेड के मुताबिक ही बारिश हो रही है। नर्मदापुरम संभाग पानीदार हो गया है। बैतूल, होशंगाबाद और हरदा में बारिश का दौर है। गुरुवार को सुबह से बारिश के कारण शहर के अधिकतर सड़कों में पानी भर गया था। कुछ दुकानों और प्रतिष्ठानों में पानी भरने से मुश्किल खड़ी हो गई थी। यही हालात रहे तो अगले कुछ घंटों में विषम परिस्थिति उत्पन्न हो जाएगी। पखवाड़े पूर्व शुरू हुई हल्की बरसात ने बड़ा रूप अख्तियार कर लिया। बूंदे न टूटने से लोग घरों में कैद रहे। निचली बस्तियों के घरों में भी पानी भर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में मौसम यूं ही बने रहने की उम्मीद है। शहर में हो रही लगातार मूसलाधार बरसात से राधा कृष्ण मार्केट के व्यापारी चिंता में हैें। बरसात का पानी इस मार्केट की दुकानों में घुसने के लिए दर पर खड़ा था और केवल 1 इंच शेष था। विगत कई वर्षों से यहां के व्यापारी सड़क ऊंची करने की मांग कर रहे हैं। लगातार बारिश से मैदानों में पानी भर गया है। उधर फोनलेन निर्माण के दौरान बने पुलों के नीचे भी पानी भर जाने से ग्राम लोहारिया कलॉ, तारारोड़ा आदि मार्ग भी लंबे समय तक बंद रहे।
दोपहर बाद की बारिश ने सबसे अधिक परेशानी खड़ी कर दी और शहर के कई मोहल्लों में निचली सड़कें जलमग्न हो गयीं और पहाड़ों से आ रहे पानी ने भी मुश्किलें बढ़ाई हैं। पहाड़ी नदी की पुलियाओं के ऊपर पानी का कब्जा हो गया और कई घंटे यातायात प्रभावित हुआ है। रेलवे कालोनी और प्रायवेट कालोनी नयायार्ड के अलावा कलमेशरा, भट्टी, तरोंदा, जमानी जाने वाले दोनों रास्तों पर पुलिया के ऊपर से पानी चल रहा था, इससे लोगों परेशानी उठानी पड़ी। न्यूयार्ड क्षेत्र में करीब 10 हजार लोग निवास करते हैं। इनमें रेलकर्मी भी शामिल हैं। रेलवे क्वाटर, इंदिरा नगर, वैशाली नगर, महानगरी कालोनी के अलावा समीप के ग्राम भट्टी कलमेशरा, गौंची तरोंदा, जमानी आने-जाने के नाला मोहल्ला और ठंडी पुलिया होकर जाने के दो रास्ते हैं। पहलेे रास्ते पर ठंडी पुलिया में और आगे रेलवे पुल के नीचे रपटे पर हल्की बारिश में ही पानी आ जाता है। इससे लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं होती क्योंकि दूसरा रास्ता चालू रहता है। दोनों पुलिया पर पानी होने से लोगों ने जोखिम उठाकर पुल पार किये। इधर शहर में जवाहर बाजार, न्यास कालोनी, बंगाली कालोनी, महर्षि नगर, लाइन एरिया, सिंधी कालोनी में कई जगह पानी भर गया था।