इटारसी। साईं मैरिज गार्डन वार्ड 21 में रविवार को हितग्राहियों के आयुष्मान कार्ड नि:शुल्क बनाये गये। स्वास्थ्य विभाग में प्रभारी मंत्री प्रतिनिधि संजय मिहानी ने हितग्राहियों की सुविधा के लिए यह कैंप लगाया था। सुबह 11 बजे से प्रारंभ कैंप देर शाम तक चलता रहा। इसके लिए पांच सिस्टम लगे थे। कार्ड बनवाने के लिए आए कई हितग्राहियों को उक्त योजना की जानकारी भी नहीं थी। उनके कार्ड बनने से वह काफी खुश हुए।
शिविर में 805 पंजीयन हुए और 550 हितग्राहियों के कार्ड बने। योजना के तहत गंभीर बीमारियों का इलाज नि:शुल्क दिए जाने की सुविधा है। शासन द्वारा निर्धारित अस्पतालों में आयुष्मान के हितग्राहियों का निशुल्क इलाज किया जाता है। योजना को शुरू हुए एक वर्ष का समय बीत चुका है, लेकिन कई वास्तविक हितग्राहियों की इस योजना की कोई जानकारी नहीं थी। शिविर का समय शाम 5 बजे तक था लेकिन लगातार बढ़ती भीड़ के कारण कैंप देर शाम तक चला। संजय मिहानी ने हितग्राहियों की सुविधा के लिए जलपान की व्यवस्था की थी। शिविर स्थल पर फोटोकापी मशीन रखकर हितग्राहियों के दस्तावेजों की फोटो कापी भी नि:शुल्क की गई। इस दौरान सभी हितग्राहियों के रंगीन कार्ड बनने के बाद उन्हें हितग्राहियों के घर तक भी पहुचाने की जवाबदारी श्री मिहानी ने ली।
जलपान की नि:शुल्क व्यवस्था
संजय मिहानी अक्सर जरूरतमंदों की मदद के लिए तैयार रहते है। उन्होंने नि:शुल्क कैंप आयोजित कर जहां हितग्राहियों के कार्ड बनवाए। तो वहीं हितग्राहियों की सुविधा के लिए चाय नाश्ते की व्यवस्था की गई थी। इसके अलावा शिविर स्थल पर फोटोकापी मशीन रखकर हितग्राहियों के ओरिजनल दस्तावेजों की फोटो कापी भी नि:शुल्क की गई।
घर तक पहुंचाएगे कार्ड
शहर में ऐसा पहली बार देखा गया जहां आयुष्मान के नि:शुल्क कार्ड बनाने के लिए कैंप आयोजित किया गया हो, कैंप में सैकडों लोगों के आयुष्मान में पंजीयन किए गए। खास बात यह भी है कि हितग्राहियों को कार्ड लेने के लिए दुबारा वहां नहीं आना पडेगा। सभी हितग्राहियों के रंगीन कार्ड बनने के बाद उन्हें हितग्राहियों के घर तक भी पहुचाने की जवाबदारी उन्होंने ली।
इनका कहना है…!
इस संबंध में जब हितग्राही साधना चौहान से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि कैंप में उनका और उनके परिवार का आयुष्मान कार्ड बनाया है। अब तक उनका कार्ड इसलिए नहीं बना कि वह कार्ड बनवाने के लिए अस्पताल जाती थी तो वहां यह कहा जाता था कि अस्पताल में सिर्फ भर्ती मरीजों के ही कार्ड बनाने की सुविधा है। वहीं दुकानों में कार्ड बनाने के लिए 50 से 100 रूपए लिए जा रहे थे। इसलिए पिछले एक वर्ष से कार्ड नहीं बनवा सकी। कैंप में नि:शुल्क कार्ड बनाए हैं।
पुष्पा मेहरा और उसके परिजनों को जानकारी भी नहीं थी कि शासन ने इतनी अच्छी योजना उनके लिए चलाई है। इसकी जानकारी हमें तब हुई जब अनाउसमेंट सुना। हम कार्ड बनवाने के लिए कैंप में आए थे। जहां आसानी से मेरा और परिवार के आयुष्मान कार्ड बन गए।
कैंप आयोजक संजय मिहानी ने कहा कि वार्ड के कुछ लोग अक्सर उनके पास आते थे कि उनके आयुष्मान कार्ड नहीं बन रहे है। इसलिए उनकी सुविधा को देखते हुए कैंप आयोजित किया है। कैंप में लगभग 8 सौ रजिस्ट्रेशन किए, इनमें साढ़े पांच सौ हितग्राहियों के शाम तक कार्ड बन चुके हैं। जो लक्ष्य निर्धारित किया था उससे दोगुना हितग्राही कैंप में आए हैं। अगर आवश्यकता पड़ी तो एक और कैंप आयोजित किया जाएगा ताकि हितग्राही कार्ड से वंचित ना हो सके।