न्याय के देवता शनि का जन्मोत्सव मना
इटारसी। न्याय के देवता भगवान श्री शनिदेव का जन्मोत्सव नगर में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। इटारसी में दो स्थानों पर शनि मंदिरों में शनि जयंती के बड़े आयोजन होते हैं। एक मंदिर ओवरब्रिज के समीप पुरानी इटारसी में है तो दूसरा सब्जी मंडी में। दोनों प्रमुख मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये और भक्तों ने पहुंचकर शनिदेव को प्रसन्न करने के उपाये किये।
हिन्दू धर्म संस्कृति में न्याय के देवता के रूप में पूजे जाने वाले सूर्यपुत्र श्री शनिदेव को यूं तो आप और हम शनिवार को नमक करते हुए उनकी पूजा-अर्चना करते ही हैं। लेकिन, ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर उनके जन्मदिन पर विशेष पूजा-अर्चना करता है। शनिदेव की जयंती पर पुरानी इटारसी स्थित मंदिर में सूर्यपुत्र शनिदेव की जयंती पर प्रात:काल से ही भक्त पहुंचने लगे थे। भक्तों ने शनिदेव की मूर्ति पर सरसों के तेल, तिल का अभिषेक किया और पूजा-अर्चना कर भोग लगाया।
सब्जी मंडी स्थित शनि मंदिर में भी प्रात:काल से ही दर्शनार्थियों की लंबी कतार लगी हुई थी। यहां महिला व पुरुषों की अलग-अलग लाइनें लगायी गई थी ताकि शनिदेव के दर्शन सुलभता से हो सकें। शहर के दोनों ही शनि मंदिरों में दोपहर के वक्त हवन और शाम को भंडारा प्रारंभ हुआ। श्री शनिदेव के भंडारे में भी भक्तों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया। श्री शनि जयंती के पावन अवसर पर आचार्य नरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि श्री शनि महाराज न्याय के देवता हैं और वह मनुष्य के सभी कर्मों पर नजर रखते हैं। वे कर्मो के आधार पर ही न्याय करते हैं। सब्जी मंडी स्थित शनि मंदिर में नगर के अनेक विद्वान ब्राह्मणों ने भी सेवा प्रदान की।