इटारसी। पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन एप्को के तत्वावधान में रेस्ट हाउस परिसर में पर्यावरण जागरुकता, सुरक्षित स्वास्थ्य एवं सुखी भविष्य के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में दिल्ली से आए स्रोत वैज्ञानिक देवेन्द्र मेवाड़ी ने बच्चों को कई रोचक जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर और भोपाल से आयी विज्ञान की शिक्षिका सुश्री आशी चौहान भी मौजूद थीं। आशी चौहान के सरस्वती वंदना पर हुए नृत्य से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
अगले एक हजार वर्ष बाद की दुनिया कैसी होगी, उस समय का वातावरण कैसा होगा। भविष्य की इस दुनिया की सैर आज इटारसी और ग्राम जमानी के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चों ने की। नई दिल्ली से आए स्रोत वैज्ञानिक देवेन्द्र मेवाड़ी ने बच्चों को भविष्य की दुनिया की सैर करायी। खेल-खेल में टाइम मशीन के माध्यम से डॉ. मेवाड़ी ने एक हजार वर्ष आगे ले जाकर वहां की दुनिया दिखाई तो केवल कांक्रीट के जंगल दिखाई दिए। उस उजाड़ दुनिया को दिखाकर डॉ. मेवाड़ी ने बच्चों से आज की दुनिया और एक हजार वर्ष बाद की दुनिया की तुलना करने को कहा तो बच्चों ने आज की दुनिया को ही पसंद किया। डॉ. मेवाड़ी ने बच्चों को प्रेरित किया कि यदि आज से भी अच्छी दुनिया चाहते हैं तो अधिक से अधिक पौधरोपण करें और पर्यावरण को बचाने में अपना योगदान दें। इस दौरान डॉ. मेवाड़ी ने गीतों और कहानियों के माध्यम से बच्चों को पर्यावरण बचाने के लिए प्रेरित किया।
पर्यावरण जागरुकता : बच्चों ने की भविष्य की दुनिया की सैर
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