किराना दुकान सील की
इटारसी। लगता है, ग्रामीणों ने लॉक डाउन का महत्व समझ लिया है। पिछले एक सप्ताह में एक दर्जन से अधिक गांवों में नाकाबंदी हो चुकी है। इटारसी में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से ग्रामीणों ने गांव की सुरक्षा और चाक-चौबंद कर ली है। अब गांव में किसी बाहरी को आने नहीं दिया जा रहा है और किसी आपात स्थिति को छोड़कर गांव के किसी को शहर जाने से सख्ती से रोका जा रहा है। यहां तक कि ग्रामीणों ने अपनी बिगड़ती अर्थव्यवस्था की भी चिंता छोड़ दी है।
कोराना वायरस के फैलाव की गंभीर हालत को देखते हुए शुक्रवार को ग्राम पीपलढाना के अंदर जाने वाले मार्ग को ग्रामवासियों ने सख्ती से बंद कर दिया और युवा यहां पहरेदारी कर रहे हैं। यदि कोई ग्रामीण किसी अति आवश्यक कार्य से शहर जाकर लौट रहा है तो उसे सैनिटाइजर से हाथ धुलवा कर ही गांव में प्रवेश दिया जा रहा है। इधर नयायार्ड के पास मालवीय कॉलोनी के लोगों ने भी कालोनी के प्रवेश द्वार को बंद कर दिया है। कालोनी के अंदर जाने वाले मार्ग को युवकों ने बंद कर दिया और वहीं पहरेदारी कर रहे हैं। उनका भी कहना है कि वे किसी भी बाहरी को किसी सूरत में भीतर नहीं आने देंगे।
किराना दुकान सील की
लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर खाद्य एवं औषधि विभाग ने होशंगाबाद के ग्वालटोली में शेखर किराना स्टोर को सील कर दिया। दुकान संचालक की बाहर शटर बंद रख कर पीछे के रास्ते से सामग्री देने तथा रेट में अंतर की शिकायत थी। दुकान से खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कुछ सामान खरीदा, शिकायत का सत्यापन होने पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक और लीना नायक ने दुकान आगामी आदेश तक बंद कर दी।