भूखे को रोटी और बीमारों को खून भी मिलेगा नेकी के पेड़ से

Post by: Manju Thakur

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सराहनीय प्रयास अब नेकी का पेड़ रोटी और खून की जरूरतें भी पूरी करेगा। जरूरतमंदों को पहनने के कपड़े, जरूरत के बर्तन आदि उपलब्ध कराने वाले इस पेड़ से पेट की भूख मिटाने रोटी और बीमारों को खून की जरूरतें भी पूरी करने जा रहा है। इस महती योजना के संचालन के लिए बाकायदा एक आठ सदस्यीय टीम भी बनी है। यह टीम जिला अस्पताल में जरूरतमंदों को ब्लड डोनेट करेगी। टीमें विभिन्न ब्लड ग्रुप के सदस्य हैं। यदि नेकी के पेड़ से जरूरतमंद व्यक्ति के ग्रुप का ब्लड नहीं मिलेगा तो वे अपने मित्रों, रिश्तेदारों की मदद से यह जरूरत पूरी कराएंगे. ब्लड डोनेट टीम में स्वयं एसडीएम राजकुमार खत्री, तहसीलदार संतोष मुद्गल, पटवारी संजय राठौर और कुछ वकीलों के नाम भी जुड़े हैं।
एसडीएम राजकुमार खत्री ने बताया कि नेकी का पेड़ अब भूखे की भूख मिटाने का काम भी करेगा। नेकी के पेड़ पर एक बर्तन में रोटी और अचार रखा जाएगा। यदि कोई भूखा व्यक्ति भोजना करना चाहता है तो खुद भोजन उठाकर खा सकता है। श्री खत्री ने बताया कि नेकी के पेड़ के माध्यम से नेकी की कोचिंग और नेकी के सलाहकार की टीम बनायी जा रही है। टीम में कुछ वकील भी शामिल किए जा रहे हैं जो बीपीएल हितग्राहियों के काम बिना किसी चार्ज के करेंगे। कुल जमा नेकी का यह पेड़ मदद करने का उद्देश्य से हरा-भरा हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि राजधानी से करीब 40 किलोमीटर दूर, सीहोर कस्बे के तहसील परिसर में नेकी का पेड़ से एसडीएम राजकुमार खत्री के साथ पूरी टीम, नेकी को फलित करने का प्रयास कर रही है। तहसील परिसर में बीस कंटेनर रखे हैं, जिनमें कोई भी व्यक्ति ऐसा सामान रखकर जा सकता है, जो वह अपने लिए अनुपयोगी मानता हो। परंतु यह अन्य लोगों के लिए जरूरत का सामान हो सकता है। जिसे इस सामान की जरूरत हो, वह इस सामान को ले जा सकता है। नेकी के इस काम के लिए बाकायदा सेवा करने एक व्यक्ति की ड्यूटी रहती है जिसकी जिम्मेदारी यह देखने की है कि कोई भी लालचवश इसका दुरुपयोग न करने लगे। उसे यह देखना होता है कि एक ही व्यक्ति अधिक चीजें न ले जाए।

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