मंदिरों में मनी दीवाली (Diwali), जगमगाएं असंख्य दीप

मंदिरों में मनी दीवाली (Diwali), जगमगाएं असंख्य दीप

इटारसी। आज मंदिरों में दीपावली मनायी गयी। लगभग हर बड़े मंदिर के परिसर में असंख्य दीप जगमगाये। श्री द्वारिकाधीश मंदिर, श्रीश्री बूढ़ी माता मंदिर (Shri Budi mata Mandir), श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर (Sri Durga Navagraha Mandir), श्री हनुमानधाम मंदिर (Sri Hanumandham Mandir) सहित अनेक मंदिरों के परिसर शाम होते ही असंख्य दीपों की रोशनी से जगमगा उठे। मंदिरों में रोशनी के अलावा लोगों ने श्रीराम मंदिर के भूमिपूजन की खुशी में दीपावली मनायी और अपने घरों के सामने दीप जलाए। दोपहर से शहर में पटाखों की गूंज सुनाई दे रही है तो लोग ढोल आदि बजाकर भी खुशियां मना रहे हैं। अनेक मंदिरों में दिनभर से कई धार्मिक कार्यक्रम चल रहे हैं। हनुमान चालीसा पाठ और सुंदरकांड आयोजित किये जा रहे हैं।
शाम होते ही आसमान रंगीन आतिशबाजी से जगमगा उठा। शहर के हर हिस्से से पटाखों की गूंज सुनाई दे रही थी तो कई रामभक्तों ने ढोल की थाप पर जमकर नृत्य भी किया। श्री द्वारिकाधीश मंदिर परिसर में दीयों की रोशनी से सारा प्रांगण जगमगा रहा था। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर भगवान के दर्शन किये।

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श्रीश्री बूढ़ी माता मंदिर (Shri Budi mata Mandir)
भक्तों ने श्रीश्री बूढ़ी माता मंदिर (Shri Budi mata Mandir) को 101 दीयों की रोशनी से जगमगा दिया। इस अवसर पर यहां सुंदरकांड (Sundarkand) का पाठ किया गया। भक्तों ने मंदिर में दर्शन करके ईश्वर को धन्यवाद दिया कि पांच सदी का इंतजार खत्म हुआ और मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जन्मभूमि पर उनका भव्य मंदिर निर्माण की आज आधारशिला रखी गयी। मंदिर समिति के सचिव जगदीश मालवीय (Jagdish malviya) ने बताया कि भक्तों का अभूतपूर्व उत्साह था। लेकिन, कोरोना संक्रमण को देखते हुए कम संख्या में ही भक्तों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दर्शन करने की अनुमति थी। मंदिर परिसर में भीड़ नहीं लगने दी गयी।

Panchwati Hanuman Mandir
श्री पंचवटी हनुमान मंदिर (Shri Panchavati Hanuman Mandir)
चामुंडा चौराह पर स्थित श्री पंचवटी हनुमान मंदिर (Shri Panchavati Hanuman Mandir) में भी श्रीराम जन्मभूमि पर श्रीराम मंदिर निर्माण का भूमिपूजन होने के अवसर पर बुधवार को सुबह से ही धार्मिक कार्य होते रहे। यहां हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पाठ का आयोजन किया जिसमें मंदिर समिति के सदस्यों के साथ ही मंदिर में आने वाले भक्त शामिल हुए। यहां भी फिजिकल डिस्टेंसिंग का खास ध्यान रखा गया था। मंदिर में विद्युत रोशनी से साज-सज्जा की गई थी। शाम को अंधेरा होते ही मंदिर परिसर रोशनी से जगमगा उठा था।

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श्री द्वारिकाधीश मंदिर (Sri Dwarikadhish Mandir)
श्री द्वारिकाधीश मंदिर (Sri Dwarikadhish Mandir) परिसर असंख्य दीपों की रोशनी से शाम होते ही जगमगा उठा था। यहां मंदिर समिति के अलावा भक्तों ने भी आटे के दीये लाकर दिये थे। यूं तो यहां सारा दिन भक्तों का आना-जाना लगा रहा। लेकिन, शाम होते ही भक्तों का आगमन तेज हो गया था। मंदिर समिति ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सीमित संख्या में भक्तों को प्रवेश दिया था। यहां दिन भर धार्मिक कार्यक्रम होते रहे। दोपहर में श्री राम जन्मभूमि न्यास के भूमि पूजन समारोह के अवसर पर लाइव प्रसारण दिखाया गया था।

आकर्षक रंगोली (Rangoli) सजायी थी
श्री द्वारिकाधीश बड़ा मंदिर (Sri Dwarikadhish Mandir) फल बाजार तुलसी चौक एवं श्री राम जानकी मंदिर (Shri Ram Janki Mandir) पहली लाइन में दिन भर धार्मिक आयोजन होते रहे। प्रात: काल से दोनों मंदिरों में बैतूल के कलाकारों ने रंगोलियां सजाई। मंदिर परिसर को केले के वृक्षों और आम के पत्तों से सजाया एवं श्रद्धालुओं ने ठाकुर श्री द्वारिकाधीश (Sri Dwarikadhish) को धनुर्धारी राम के रूप में देखा। वैसे सामान्यत: केवल चैत्र की नवरात्रि में रामनवमी के दिन ठाकुर श्री द्वारिकाधीश धनुर्धारी राम बनते हैं, लेकिन अयोध्या में प्रभु श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण के अवसर पर उन्हें रामजी बनाया। सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए श्रद्धालुओं ने आज धनुर्धारी राम के दर्शन किए। इटारसी का द्वारिकाधीश मंदिर प्रभु श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए 1990 एवं 92 में कारसेवा का साक्षी रहा है।

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