मैं यदि गुंडा हूं तो समिति में क्यों रखा : तोमर

मैं यदि गुंडा हूं तो समिति में क्यों रखा : तोमर

इटारसी। इन दिनों भारतीय जनता पार्टी के विधायक और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के बीच विवाद चल रहा है। दरअसल, विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा एसडीओ राजस्व हरेन्द्रनारायण और कांग्रेस पर जो भी आरोप लगाते हैं, उनका जवाब देने कांग्रेस सामने आती है। गुरुवार को फिर कांग्रेस ने पत्रकार भवन में एक पत्रकार वार्ता की। हालांकि इसमें कांग्रेस नेता राजेन्द्र सिंह तोमर पर की गई विधायक की टिप्पणी को भी शामिल किया गया। लेकिन, एसडीओ राजस्व द्वारा की गई कार्यवाही का भी बचाव किया।
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजेन्द्र तोमर ने भी विधायक को चैलेंज किया कि उन्होंने मेरे और मेरे परिवार पर कोई दान की जमीन वापस लेने के प्रयास का आरोप लगाया है, वे बताएं कि उनके पास दावे के समर्थन में कौन से दस्तावेज हैं। वे रिकार्ड बताएं कि हमने कहां इस तरह का आवेदन दिया है? उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत पर भी उन्होंने कहा कि वे तो 31 जनवरी को विधायक का भाषण सुनने दूर खड़े थे। इस बीच कांग्रेस के कार्यकर्ता आए और दोनों पक्षों में विवाद होने लगा। मैं तो वहां बीच-बचाव करने गया था, लेकिन, मुझे ही गुंडा बोलकर आरोपी बना दिया। उन्होंने कहा कि वे श्री द्वारिकाधीश मंदिर समिति के सक्रिय सदस्य और श्री द्वारिकाधीश एजुकेशन समिति के उपाध्यक्ष रहे हैं, तो गुंडे को कैसे सदस्य बना लिया था। श्री तोमर ने कहा कि खुद विधायक डॉ. शर्मा के परिजनों का जिले की अनेक धार्मिक संस्थाओं पर कब्जा है।
कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता अशोक जैन ने कहा कि विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने एसडीओ राजस्व पर आरोप लगाया कि उन्होंने जिला सत्र न्यायालय में अनुशंसा भेजी, उनका पक्ष नहीं सुना। और मीडिया को कैसे यह पत्र मिल गया? तो विधायक को जानकारी होना चाहिए कि एसडीओ ने इस आदेश को पोर्टल पर डाला था। इसे हर नागरिक देख सकता है। कार्यकारी अध्यक्ष रमेश चांडक को नोटिस दिये, आपको बार-बार बुलाया, आप नहीं पहुंचे तो इसके बाद यह कार्रवाई की गई। विधायक निधि खेल प्रशाल में नहीं लगने के जवाब पर श्री जैन ने कहा कि नगर पालिका की नोटशीट में इस बात का जिक्र है, कि खेल प्रशाल में सांसद निधि से दस लाख और विधायक निधि से पांच लाख की स्वीकृति मिली है।
नगर कांग्रेस अध्यक्ष पंकज राठौर ने कहा कि विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा को भूलने की बीमारी है। नल-जल योजना के अंतर्गत जब उनकी नगर पालिका सड़कें खुदवा रही थी तो हमने विरोध किया था। उस वक्त हमें विकास में रोड़ा बताया जा रहा था। अब उनकी नगर पालिका का कार्यकाल खत्म हो गया तो वे खुद ही रोड खोदने का विरोध जगह-जगह जाकर कर रहे हैं। इस अवसर पर कांग्रेस प्रवक्ता राजकुमार उपाध्याय ने भी अपने विचार रखे। पत्रकार वार्ता में मीडिया सेल से अमोल उपाध्याय, जिला पंचायत सदस्य विजय बाबू चौधरी भी उपस्थित थे।

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