रेलवे की नौकरी छोडऩे और दहेज के लिए करते प्रताडि़त

रेलवे की नौकरी छोडऩे और दहेज के लिए करते प्रताडि़त

इटारसी। अक्सर लोग सरकारी नौकरी करने वाली बहू की चाहत रखते हैं। लेकिन, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो सरकारी नौकरी करने वाली बहू को नौकरी छोडऩे के लिए प्रताडि़त करते हैं, साथ ही दहेज की मांग भी करते हंै।
ऐसे ही एक मामला आज पुलिस थाने पहुंचा, जिसमें महिला के सुसराल पक्ष में पति, सास और ससुर न सिर्फ दहेज के लिए बल्कि रेलवे जैसी नौकरी छोडऩे के लिए भी प्रताडि़त करते हैं। महिला ने पुलिस को शिकायत की तो पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार रेलवे में नौकरी करने वाली महिला नेहा पति ऋषिकेश देशपांडे 30 वर्ष ने शिकायत दर्ज करायी है कि उसके पति, सास एवं ससुर उस पर सरकारी नौकरी को छोडऩे का दबाव बनाते हुए मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताडि़त करते एवं दहेज की मांग भी करते हंै। सिटी थाने से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी नेहा पति ऋषिकेश देशपांडे उम्र 30 वर्ष निवासी बालाजी मंदिर के पास विनायक नगर ने रिपोर्ट दर्ज करायी है कि उसका विवाह ऋषिकेश देशपांडे निवासी कालापाठा विकास नगर बैतूल के साथ 17 फरवरी 2016 को हिंदू रीति रिवाज के साथ हुआ था। उसका तीन साल का बेटा निमिष है। शादी के बाद से ही मेरे परिवार वाले ससुराल वालों को 7 लाख रुपए दहेज के रूप में दे चुके हैं। बावजूद इसके सास मंजूषा, ससुर किशोर और पति ऋषिकेश लगातार रेलवे की नौकरी छोडऩे के लिए मुझ पर अनावश्यक दबाव बनाते हुए शारीरिक और मानसिक प्रताडि़त करते हैं, जबकि मेरी सरकारी नौकरी शादी के पूर्व से ही है। पुलिस ने इस मामले में धारा 498 ए एवं दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 और 4 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले को लेकर विवेचना कर रही एसआई आम्रपाली डहाट ने बताया कि फरियादी को ससुराल वाले सरकारी नौकरी को छोडऩे का दबाव बनाते हुए उसके साथ शादी के बाद से ही मारपीट और उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहे हैं।

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AUTHORRohit

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