रेलवे स्टेशन पर आवारा मवेशी और पागलों का डेरा
इटारसी। रेल जंक्शन इन दिनों आवारा जानवरों के साथ-साथ अनाथ और बेसहारा तथा मानसिक विक्षिप्त लोगों की भी शरणस्थली बना हुआ है। इनकी मौजूदगी के चलते रेलवे स्टेशन पर कई हादसे हो चुके हैं लेकिन विभाग और जिम्मेदार सुरक्षा ऐजेंसियों का इस ओर ध्यान नहीं है।
देश के बड़े जंक्शनों में शुमार इटारसी रेलवे स्टेशन प्रारंभ से ही चारों ओर से खुला हुआ है। ऐसे में यहां पर आसानी से कोई भी किसी भी वक्त प्रवेश कर लेता है। इन इटारसी में बेसहारा और मानसिक विक्षिप्त लोगों के लिए शरण स्थली बना हुआ है। इनसे रेल विभाग और रेलयात्रियों को भी कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार यात्रियों को इन लोगों से बचकर निकलना पड़ता है। पिछले तीन दिनों से एक महिला विक्षिप्त यहां सभी प्लेटफार्म पर आतंक फैला रही है। हालांकि उसे दो बार यहां सफाई कर्मी महिलाओं ने पकड़कर कपड़े पहनाये हैं वहीं अन्य पुरुष पागल भी जो ट्रेनों से यहां आ तो जाते हैं लेकिन फिर वह स्टेशन पर इधर-उधर घूमकर लोगों को परेशान करते हैं। कई बार तो यात्रियों के हाथ से खाने-पीने का सामान भी छीन लेते हैं। आज भी बागमती एक्सप्रेस के यात्री के हाथ से एक विक्षिप्त ने खानपान सामग्री उस समय छीन ली जब जब चलती ट्रेन में सामान लेकर चढ़ रहा था।
इधर इस संबंध में स्टेशन प्रबंधक से चर्चा करने का प्रयास किया तो अधीक्षक तो नहीं मिले परंतु दूरभाष पर उन्होंने इतना जरूरत कहा कि हमेशा भगाते हैं परंतु ये मानते नहीं हैं सबसे ज्यादा परेशानी बाहर से आने वाले पागलों से है। अभी कार्यालय में नहीं दूं। यही सब हालत है स्टेशन पर खानाबदोशों ने स्थायी मुकाम बना लिया है। दरअसल, उन्हें यही सब कुछ मिल जाता है जो एक आदमी को जीने के लिए जरूरी होती है। गौरतलब है कि कई बार यहां इनके चलते हादसे हुए हैं और उनमें इनकी जान भी बचायी गई है। बावजूद इसके इन लोगों का यहां स्थायी डेरा बना हुआ है।