इटारसी। रेलवे स्टेशन इटारसी से 02 वर्ष की अपहृत अबोध बालिका के मामले में जीआरपी पुलिस इटारसी अपहरण करने वाले आरोपी को 04 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर बच्ची को मां से मिलवा दिया है। आरोपी ने रेल्वे स्टेशन इटारसी से मां की नींद का फायदा उठाकर बच्ची का अपहरण किया था। आरोपी के थाना शिवपुर में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
आज संतोषी 35 साल निवासी हनुमान मंदिर के पीछे खिरकिया, थाना खिरकिया जिला हरदा (मप्र) विगत 5-6 वर्ष से इटारसी रेल्वे स्टेशन व उसके आसपास मांग कर अपना गुजारा करती है, उसको लेकर आरपीएफ उप निरीक्षक पिंकी झारिया रेल्वे स्टेशन पोस्ट इटारसी थाना आयी। पिंकी झारिया ने मौखिक बताया कि संतोषी की दो वर्ष की अबोध बालिका को कोई व्यक्ति उठाकर ले गया है। संतोषी से मौखिक रूप से चर्चा की तो बताया कि 27 मार्च 25 को रात करीबन 10 बजे अपनी बच्ची नेहा उफ परी को लेकर पीएफ नं.1 महिला वेटिंग रूम के सामने सो गई थी, सुबह 6 बजे नींद खुलने पर देखा कि पास में सो रही बच्ची नहीं थी, उसकी रिपोर्ट पर से तत्काल थाना में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
मामले मे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से निर्देश प्राप्त कर थाना प्रभारी जीआरपी इटारसी निरीक्षक राम स्नेह चौहान ने रेल्वे स्टेशन इटारसी में लगे सीसीटीवी कैमरों में दिख रहे अज्ञात आरोपी एवं अबोध बालिका की तलाश हेतु अपने नेतृत्व में अलग-अलग दिशाओं में रवाना किया। आरोपी की सरगर्मी से तलाश की जा रही थी, तभी मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति सिर में काले सफेद कलर का गमछा बांधे हुये दाढ़ी मूछें बढ़ी हुई उम्र करीब 40-45 साल फिरोजी कलर की फूल बांह की शर्ट नीला पैंट तथा सैंडल पहने है, जबलपुर आउटर तरफ वासिंग एरिया के पास बनी नीली पानी की टंकी तरफ जाते दिखा है।
क्षेत्र की बारीकी से सर्चिंग की जो टंकी के नीचे बेसमेंट एरिया में आरोपी अनिल पिता लखन लाल रघुवंशी उम्र 42 साल निवासी ग्राम कोठरा थाना शिवपुर जिला नर्मदापुरम अपने साथ अपह्रत अबोध बालिका को लिए मिला। बालिका को दस्तयाब कर उसकी मां संतोषी बाई से पहचान करा कर सुपुर्द किया। बाद बालिका का मेडिकल परीक्षण कराया गया जिसके शरीर पर कोई चोट नहीं पायी गयी। मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है।
सराहनीय भूमिका
उक्त कार्य में जीआरपी इटारसी से निरीक्षक रामस्नेह चौहान, उपनिरीक्षक आरएस बकोरिया,श्रीलाल पड़रिया, सीआर तिर्की, प्रधान आरक्षक कृष्णकुमार, संतोष पटेल, दिलीप सेन, कैलाश यादव, अरविंद भदौरिया, तृप्ति ठाकुर, मनोज त्रिपाठी, रामशंकर, राजेन्द्र दायमा, अमित, विष्णुमूर्ति, आनंद, बलवंत, दीपक सेन, विजय पंद्राम एवं अभिषेक, आरपीएफ स्टाफ उप निरीक्षक पिंकी झारिया, ओपी गुर्जर,आरक्षक निर्मल पटेल की सराहनीय भूमिका रही।