विधायक प्रतिनिधि ने मांगी कालेज प्राचार्य से जानकारी
इटारसी। शासकीय महात्मा गांधी स्मृति महाविद्यालय में कालेज भवन एवं परिसर की पुताई मामले में कालेज प्रबंधन कटघरे में आ खड़ा हुआ है। दरअसल, बिना टेंडर के ही कालेज में पुताई कार्य प्रारंभ हो गया है और प्राचार्य का बयान यह है कि उनको पता ही नहीं कि पुताई कौन करा रहा है? इस हास्यास्पद जवाब के बाद अब जनभागीदारी समिति में विधायक प्रतिनिधि दीपक अठौत्रा ने प्राचार्य से जानकारी मांगी है।
जनभागीदारी समिति में हाल ही में नियुक्ति हुए दीपक अठौत्रा ने पुताई के संबंध में जन भागीदारी समिति की ओर से पारित प्रस्ताव की प्रति उपलब्ध कराने की मांग की है। इसी तरह से इस संबंध में जारी टीएस तथा निविदा प्रपत्र की प्रति, पुताई में किस ब्रांड के पेंट का उपयोग किया जाएगा, इसकी जानकारी और वर्तमान में किस ठेकेदार द्वारा किस आधार पर पुताई की जा रही है, यह जानकारी भी मांगी है।
प्राचार्य प्रमोद पगारे का कहना है कि पत्र आवक-जावक में दिया होगा, मेरे पास तक अभी पत्र नहीं पहुंचा है। पुताई के विषय में उन्होंने कहा कि हमारे यहां चार रिसर्च सेंटर खुले हैं, बरकतुल्ला विश्वविद्यालय से एक टीम आना था, उसके लिए हम इन सेंटरों की पुताई करा रहे थे। थोड़ा पुताई या रिपेयरिंग का काम तो हम कराते ही रहते हैं। कमरे और दरवाजों की पुताई करायी है। जब उनको याद दिलाया कि पहले अखबारों में उनका बयान था कि उनको नहीं पता पुताई कौन करा रहा है, तो उन्होंने कहा कि उनका सवाल मुझे समझ नहीं आया, काफी घुमा फिराकर पूछा था।
प्राचार्य श्री पगारे के इस बयान में भी जनभागीदारी अध्यक्ष राजकुमार उपाध्याय के प्रकाशित बयान से विरोधाभास हो रहा है। श्री उपाध्याय का बयान था कि नेक टीम के आने में कम समय के कारण हमने पुताई शुरु कर दी जबकि श्री पगारे का कहना है कि थोड़ा कुछ काम तो हम कराते ही रहत हैं। उनका यह बयान भी पहले के बयान से भिन्न है, जिसमें उन्होंने पुताई जैसा कार्य होने की जानकारी से ही इनकार कर दिया था।