शनि जयंती : भक्तों ने की भजन संध्या

इटारसी। भगवान श्रीशनि देव के जन्मोत्सव की पूर्व एक शाम श्रीशनि देव के नाम भजन संध्या का आयोजन सभी शनि भक्तों के द्वारा पुरानी इटारसी के सूखा सरोवर में किया गया। शनि देव की महाआरती से कार्यक्रम आरंभ किया। देर रात तक चली भजन संध्या में भक्तों ने भक्तिरस में डूबकर भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
भगवान शनिदेव की जयंती पर मां के बेटे जागरण समिति के कलाकारों ने देर रात तक ईश भजनों से भक्तों को भक्तिरस में सराबोर कर दिया। शनिदेव की महाआरती मनमोहन भार्गव एवं समस्त ब्राह्मणों ने की। वीणा भदौरिया ने गणेश वंदना और शनि जी को मना लो तिल और तेल से, शनि देव का बालक है, शनि जी की कृपा है, लूट लो। आदि भजनों ने शनिदेव का आह्वान किया। इस बार शिगनापुर के शनि देव की प्रतिमूर्ति का अभिषेक किया गया। झांकी के माध्यम से सर्वप्रथम घटते जलस्तर को नर्मदाष्टक के माध्यम से जल बचाने का अनुरोध किया। शनिदेव की झांकी को आलोक शुक्ला द्वारा वो देखो आ रहे हैं शनिदेव जी को आमंत्रित किया। उसके बाद झांकी के माध्यम से एक राजा पर साढ़े साती कुदृष्टि का प्रभाव से सूरदास होना और राजा को पुन: आशीर्वाद मिलने का चित्रण किया जिससे पूरे जन समूह को शनि महिमा का ज्ञान हुआ।
मोहम्मद अथर खान ने सभी कलाकारों का माला से सम्मान किया। कृष्ण राधा, शनिदेव के गुरुभाई हनुमान की झांकी निकाली गई। कलाकार सुरेंद्र ने काली अमावस से काली जी की झांकी निकाली। भक्तों ने देर रात तक भक्ति सरिता में डुबकी लगायी। कार्यक्रम में उद्घोषक भूषण पंडागरे वादकों में दिलशाद अली, नारायण तिवारी, बाबूभाई, मनोज, हेमेंद्र, गोलू ठाकुर, दीपक पवार, शुभम अवस्थी, उदित तिवारी झांकियों के रूप में राहुल यादव, चन्दन नागले ओर राहुल राजपूत ने अपनी प्रस्तुति दी।

CATEGORIES
TAGS
Share This
error: Content is protected !!