नर्मदापुरम/इटारसी। ग्राम रायपुर में चल रही 9 दिवसीय शिव महापुराण कथा में व्यास पीठ से कथावाचक पंडित सौरभ दुबे बिछुआ वालों ने कथा को विस्तार देते हुए भगवान शिव पार्वती के विवाह का वर्णन करते हुए कहा कि शिव विवाह आत्मा और परमात्मा का मिलन है। शिव जी ने विवाह करके वैराग्य और गृहस्थ आश्रम में रहकर धर्म का पालन करने की शिक्षा दी। भगवान शंकर वैराग्य धारण करते हैं फिर भी जगत कल्याण के लिए गृहस्थ में रहकर भी धर्म का पालन उन्होंने किया।
उल्लेखनीय है कि गांव के घनश्याम प्रसाद मालवी की स्मृति में शिव महापुराण कथा एवं श्रीमद् भागवत कथा मूल पाठ का आयोजन रायपुर में किया जा रहा है। इस अवसर पर सर्व धर्म सद्भावना समिति के संरक्षक बशारत खान, सर्व ब्राह्मण समाज के संभागीय अध्यक्ष पंडित अंकित दुबे, समाज सेवी पत्रकार संतोष सिंह चंदेल, सुशील दुबे ने कथा स्थल पर पहुंचकर कथा का श्रवण किया एवं कथावाचक पंडित सौरभ दुबे का सम्मान किया।