सड़कें वीरान जनजीवन अस्त व्यस्त, घरों में कैद आमजन
इटारसी। नवतपा के बाद पड़ रही ने गर्मी ने जनजीवन अस्त व्यस्त करके रखा है। आमजन सड़कों पर कम और घरों में ज्यादा नजर आ रहे हैं। हालांकि मौसम में थोड़ा सा बदलाव जरूर आया है। 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने से गर्मी से जरूर राहत मिली है।
तंदूर की भट्टी सा तप रहा जून
शुरुआती जून में भी गर्मी से कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। पूरे प्रदेश सहित जिला तंदूर सी भट्टी सा तप रहा है। आसमान में रोज बादलों का डेरा रहता मगर बादल बारिश कराने की जगह उल्टा ऐसी उमस दे रहे जिसके कारण बेचैन कर देने वाली तपन हो रही है। रातें औसत से ज्यादा गर्म हो रही हैं। पिछले तीन दिनों के तापमान पर नजर डालें तो पिछले तीन दिनों से तापमान 43 डिग्री के पार ही बना हुआ है। वहीं रात का तापमान 30 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है।
तीखी गर्मी के अहसास में जरा सी भी कमी नहीं आ रही है मानों सूरज देवता हमें अहसास करा रहे हैं कि जितने पेड़ काटोगे गर्मी भी उतनी ही ज्यादा पड़ेगी। दिन चढऩे के साथ ही सूरज के तेवर भी तीखे होने लगते है, दोपहर में गर्म हवा झुलसा देने वाली चल रही है। नवतपा खत्म होने के बाद भी तपा परेशान कर रहा है। शहर में पश्चिमी हवा का दौर है। इन हवाओं से रात में जरूर थोड़ी राहत मिल रही है, मगर बेचैन कर देने वाली तपन के आगे घरों के कूलर और एसी भी फेल होते लग रहे हैं।
अस्पतालों में उल्टी दस्त के बढ़ रहे मरीज
तपन का असर छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों पर भी देखने को मिल रहा है। अस्पतालों में उल्टी दस्त के पीडि़त मरीजों की संख्या ज्यादा है। डॉक्टर सभी मरीजों सहित उनके परिजनों को सलाह दे रहे हैं कि घर से निकलने वक्त पानी पीकर ही निकलें साथ ही धूप शरीर पर सीधे न पड़े उसके लिये सूती कपड़ा बांधकर ही बाहर आये। लिक्विड वाली सामग्री का ज्यादा सेवन करें।
मौसम में आगे क्या
मौसम विभाग के अनुसार अभी मानसून आने की कोई उम्मीद नहीं लग रही है, हालांकि धूल भरी आंधी के साथ ही बूंदाबांदी की संभावना बनी है। तापमान से फिलहाल कोई राहत मिलने के आसार कम ही नजर आ रहे है।