सब्जियों को तरसे लोग, मगर चेन तोड़ना जरूरी
इटारसी। अभी टोटल लॉक डाउन को महज तीसरा दिन ही है और शहर में सब्जी सहित दूध के भी लाले पड़ने लगे हैं। प्रशासन ने टोटल लॉक डाउन के वक्त कहा था कि दूध और मेडिकल दुकानों को छूट रहेगी और सब्जी मोहल्ले में हाथ ठेलों पर मिलेगी। लेकिन, जैसे ही एक रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, प्रशासन ने सब्जियों और दूध पर भी प्रतिबंध लगा दिया। यह एक तरह से कर्फ्यू वाली स्थिति है।
इस मामले में एसडीएम हरेन्द्र नारायण का कहना है कि कोरोना की चेन तोड़ना बहुत आवश्यक है। प्रशासन का कदम सही मान भी लिया जाये और प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने के लिए इसे मान भी लिया जाये तो फिर प्रशासन को इन हालात में जरूरी चीजों की पूर्ति की व्यवस्था भी स्वयं करनी चाहिए, जैसे नगर निगम भोपाल द्वारा की जा रही है, जबकि वहां यहां से ज्यादा हालात खराब हैं। पाहनवर्री में सब्जी उत्पादक घर-घर जाकर मुफ्त में सब्जियां बांट रहे हैं।
दूध-सब्जी गांव से नहीं
गांवों से दूध या सब्जी लाने की पूरी तरह से मनाही है। दूध यदि शहर के भीतर डेयरी पर मिल रहा है, या वितरण हो रहा है, उस पर रोक नहीं है। इसी तरह से दूध के पैकेट्स पर कोई रोक नहीं है। अलबत्ता गांवों से शहर में प्रवेश किसी को नहीं करने दिया जाएगा। इसी तरह से गांवों से सब्जियों की सप्लाई भी फिलहाल रोकी गयी है।
सब्जियों को तरसे नागरिक
प्रशासन की सख्ती के कारण अब लोगों को सब्जियां नहीं मिल पा रही है। जिन लोगों ने एक हफ्ते या दस दिन की सब्जियां लेकर रख ली हैं, उनको अभी अधिक परेशानी नहीं है लेकिन जो लोग हाथ ठेलों पर आने वाली सब्जियों पर निर्भर थे, या गरीब लोग जो इक_ी सब्जियां नहीं ले सकते थे, उनके सामने गंभीर संकट आ गया है।
पशु पालकों की चिंता
लॉक डाउन में पशु पालकों के समक्ष समस्या खड़ी हो गयी है। दरअसल, होटलें, मावा, पनीर, मिठाई आदि की दुकानें बंद होने से दूध की खपत में कमी आ गयी है और उनको दूध खपाने में समस्या आ रही है। दुग्ध उत्पादकों की मानें तो दूध और दूध से बनी चीजों की दुकानें बंद होने से करीब साठ फीसदी बिक्री कम हो गयी है।
गांव में फ्री बांट रहे सब्जी
खेतों में सब्जियां भरी पड़ी हैं, शहर में सप्लाई नहीं होने से सब्जी उत्पादक किसानों के सामने बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी है, कि यदि इनको तोड़ेंगे नहीं तो ये किसी काम की नहीं रह जाएंगी। अत: किसान सब्जियों को तोड़कर गांव में घर-घर जाकर मुफ्त बांट रहे हैं, जो सब्जियां बच रही हैं, वे सभी मवेशियों के लिए खाने को दे रहे हैं।
दान कर दी सब्जियां
किसानों ने सब्जी फसल सचखंड लंगर सेवा समिति को मुफ्त दे दी। ग्राम पाहनवर्री में रमेश कुशवाह, सुनील कुशवाह ने टमाटर, भटे, पत्ता गोबी, मूली, हरि मिर्ची समिति को प्रदान की है। सचखंड लंगर सेवा समिति नगर में निरंतर दोनों समय का भोजन घर पहुंचा कर दे रही है। इसमें समाज एवं किसानों का बढ़-चढ़कर सहयोग मिल रहा है
ऐसी है पुलिस की नाकाबंदी
धौंखेड़ा तिराह, एसबीआई तिराह पुरानी इटारसी, ग्वालबाबा मंदिर के पास और सोनासांवरी के पास नाकाबंदी है। 34 वार्डों में पुलिस पाइंट हैं। निर्भया, एक निजी वाहन, थाना प्रभारी का वाहन सहित 5 बाइक पर बीट इंचार्ज रहते हैं। सवा सौ पुलिसकर्मी तैनात हैं। आरआई, पटवारी, कोटवार और नपा के कर्मचारियों की संख्या अलग है।
अफसरों ने भी की मदद
जहां से गरीबों को राशन या भोजन नहीं मिलने की खबर आ रही है, वहां अफसर पहुंचकर गरीबों की मदद कर रहे हैं। शुक्रवार को वार्ड नं. 6 सुखा सरोवर के पास गरीब मजदूरों को तहसीलदार तृप्ति पटेरिया एवं नायब तहसीलदार ऋतु भार्गव ने वार्ड नंबर 6 की टीम सदस्यों के साथ मौके पर जाकर कुछ लोगों को राशन उपलब्ध कराया।
इनका कहना है…!
बाहर से किसी का भी आना प्रतिबंधित है। शहर के भीतर दूध सप्लाई पर रोक नहीं है। गांवों से कोई नहीं आये, इसलिए ही तो नाकाबंदी की गई है। वार्डों में भी पाइंट लगे हैं, वाहनों पर हम लोग भी घूम रहे हैं।
दिनेश सिंह चौहान, टीआई
खेतों में सब्जियां लगी हैं, लेकिन सप्लाई बंद हो जाने से कई सब्जियां सूख रही हैं। फिलहाल तो हम गांवों में ही घर-घर जाकर कुछ किसान मुफ्त में सब्जियां बांट रहे हैं। जल्द कोई व्यवस्था नहीं हुई तो किसानों को नुकसान होगा।
बलराम कुशवाह, किसान पाहनवर्री