इटारसी। आशा महेंद्र शुक्ल जनजाति कन्या छात्रावास धुरपन इटारसी में 12 वीं कक्षा की छात्राओं का विदाई समारोह नर्मदा पुरम संभाग के आईजी मिथिलेश कुमार शुक्ला के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर छात्रावास के संरक्षक पूर्व आईपीएस अधिकारी महेंद्र शुक्ल एवं उनकी धर्मपत्नी आशा महेंद्र शुक्ल, सेवा भारती के जिला अध्यक्ष सतीश सांवरिया, छात्रावास समिति के सचिव सोनू बिंद्रा उपस्थित थे।
आईजी मिथिलेश शुक्ला ने बच्चों के साथ अपने बचपन के अनुभव बांटते कहा कि जब वह छोटे थे तो इसी प्रकार अनुशासन में रहते हुए कार्य करते थे। उन्होंने भी अपना जीवन अनुशासनात्मक रहते हुए व्यतीत किया। बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वह छात्रावास के लिए हर संभव प्रयत्न करेंगे, जहां उनकी आवश्यकता होगी वे छात्रावास की बच्चियों के लिए सदैव तत्पर रहेंगे, उन्होंने छात्रावास की बच्चियों को अग्नि वीर के प्रशिक्षण के लिए छात्रावास में ही सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही।
महेंद्र शुक्ल ने बच्चों को आशीर्वाद देकर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की और कहा कि आप जहां भी जाएंगे छात्रावास में दिए संस्कारों को बांटकर और भी लोगों को संस्कारवान बनाना यह छात्रावास हमेशा आपके लिए उपलब्ध है। छात्रावास की संरक्षक श्रीमती आशा महेंद्र शुक्ल ने एक कहानी के माध्यम से बच्चों को समझाया कि आपने जो छात्रावास से सीखा है, जो संस्कार, समरसता और संगठन का भाव उन्हें आप जहां भी जाएंगे आप लोगों के बीच बांटना तभी छात्रावास का उद्देश्य पूर्ण होगा।
सेवा भारती के जिला अध्यक्ष सतीश सांवरिया ने बताया कि सेवा भारती के विभिन्न आयाम कैसे काम करते हैं और छात्रावास में पढऩे वाली बच्चों को कैसे गोद लिया जा सकता है। अभी लगभग 50 सदस्यों ने छात्रावास की बच्चियों को गोद लिया है। छात्राओं द्वारा एक नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की। 12 वीं की छात्राओं को उपहार स्वरूप कपड़े व बैग नीता ठाकुर एवं छात्रावास समिति सदस्यों द्वारा प्रदान किए।
छात्राओं ने अपने अनुभव भी सुनाये। संचालन जागृति भदौरिया ने एवं आभार समिति के सदस्य निर्मल सिंह राजपूत ने किया। इस अवसर पर दीपा, छात्रावास सह अधिशिक्षिका सुनैना, प्रकाश, छात्रावास कोषाध्यक्ष देवेंद्र, पूर्णकालिक वीरेंद्र दीक्षित, मनोज राय, डॉ. रविन्द्र गुप्ता, नारायण सोनी, आशीष भदौरिया, आरएस राठौर, छबिराज सोनी, सौरभ शर्मा, जगदेव, देवेंद्र और छात्राओं के पेरेंट्स उपस्थित थे।