इटारसी। अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे जिले के ट्रांसपोर्टर्स ने दूसरे दिन भी कारोबार नहीं किया। ट्रक ऑनर एसोसिएशन के सदस्यों ने अध्यक्ष अजय मिश्रा के नेतृत्व में शहरभर में संचालित ट्रांसपोर्टर्स के निजी कार्यालयों को बंद कराया। सुबह से शाम तक ये सदस्य स्थिति पर नजरें जमाए थे कि शहर में कहीं कोई ट्रक का संचालन तो नहीं हो रहा है। केवल व्यापारियों को नुकसान न हो, इसके लिए रैक पाइंट से गोदाम तक माल पहुंचाने की छूट दी गई थी।
अपनी मांगों को लेकर केन्द्र और राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन कर रहे ट्रांसपोर्टर दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। इस दौरान रैक पाइंट से गोदाम तक लोकल माल पहुंचाकर व्यापारियों को मदद करने के अलावा कोई काम नहीं किया गया। सुबह से ट्रक ऑनर एसोसिएशन के सदस्यों ने बाइक पर घूम-घूमकर गोदामों में जाकर शटर गिराए और जहां भी ट्रांसपोर्टर के दफ्तर हैं, उनको बंद कराया गया।
ट्रक ऑनर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय मिश्रा ने बताया कि हड़ताल के दूसरे दिन खेड़ा स्थित संपूर्ण औद्योगिक क्षेत्र में जाकर लोडिंग-अनलोडिंग की स्थिति देखी। गाडिय़ों के कागज अपने पास रख लिये हैं। मालगोदाम पर सीमेंट के दो रैक लगे हैं। व्यापारियों को नुकसान न हो, इसलिए केवल उनका माल लोकल गोदाम तक पहुंचाकर मदद कर रहे हैं। व्यापारी भी हमारे अपने हैं, क्योंकि सालभर हमें उनसे ही काम मिलता है। मप्र सरकार ने डीजल-पेट्रोल पर वैट लगा दिया है इससे इनके दाम बढ़ गये हैं। ट्रांसपोर्टर यह वृद्धि वापस लेने की मांग के अलावा केन्द्र सरकार द्वारा पुराने वाहनों पर भी लगाये आजीवन टैक्स का आदेश वापस लेने सहित कई अन्य मांगों को लेकर 5 अक्टूबर से ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर हंै। मप्र में ट्रांसपोर्टरों की इस हड़ताल को टैंकर एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया है। इसके चलते हड़ताल के दौरान पेट्रोल-डीजल की किल्लत होने का अंदेशा बन गया है।