इटारसी। नगर पालिका के करीब छह सौ कर्मचारी 15 अक्टूबर के बाद हड़ताल पर जा सकते हैं। अपने वेतन से काटी गई जीपीएफ, ईपीएफ और एनपीए उनके खातों में जमा नहीं होने से नाराज कर्मचारी अब आंदोलन के मूड में आ गये हैं। कुछ दिन पूर्व नगर पालिका कर्मचारी संघ के बैनर तले कर्मचारियों ने सीएमओ हरिओम वर्मा को एक ज्ञापन देकर 15 अक्टूबर तक की मोहलत देकर तीन माह के सारे फंड जमा करने की मांग की थी, इसके बाद आंदोलन करने की चेतावनी भी दी थी।
उल्लेखनीय है कि शासन के निर्देश अनुसार नगर पालिका कर्मचारियों का जीपीएफ, एनपीए, ईपीएफ हर माह के वेतन के साथ जमा कराया जाना आवश्यक है। लेकिन, वर्तमान में विगत तीन माह से इटारसी नगर पालिका के कर्मचारियों के वेतन से काटी गई राशि जीपीएफ, एनपीए और ईपीएफ खातों में जमा नहीं की जा रही है। नगर पालिका अधिकारी फंड की कमी बताकर इसे जमा नहीं कर पाने की मजबूरी बता रहे हैं।
ये की है ज्ञापन में मांग
नगर पालिका कर्मचारी संघ ने मांग की है कि वेतन से काटी राशि कर्मचारियों के जीपीएफ, एनपीए, ईपीएफ खाते में जल्द से जल्द जमा की जाए। राशि जमा नहीं करके नगर पालिका प्रशासन नियम विरुद्ध कार्य कर रहा है। यह राशि हर माह नियमित रूप से जमा होनी चाहिए। इसके अलावा शासन की घोषणा के अनुसार सातवे वेतन के एरियर्स की राशि भी दीपावली के पूर्व भुगतान करने की मांग कर्मचारी संघ ने की है। कर्मचारियों ने कहा कि सितंबर माह के वेतन के साथ ही जीपीएफ, ईपीएफ और एनपीए की बकाया राशि जमा करायी जाए।
संघ ने दी चेतावनी
नगर पालिका कर्मचारी संघ ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी के नाम दिये ज्ञापन में चेतावनी दी थी कि यदि 15 अक्टूबर तक उनकी मांगों पर विचार करके उनको पूरा नहीं किया गया तो 16 अक्टूबर से कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। नगर पालिका कर्मचारी संघ ने करीब एक सप्ताह पहले यह चेतावनी दी थी और संघ के कर्मचारी नेता अब भी इस पर कायम हैं। उनका कहना है कि यदि मांगें नहीं मानी गयी तो निश्चित ही सारे कर्मचारी कामबंद हड़ताल करने के लिए बाध्य होंगे और इसके समस्त जवाबदारी नगर पालिका अधिकारियों की रहेगी।
दो माह की राशि जमा होगी
नगर पालिका प्रशासन कर्मचारियों से इन तीनों फंड की दो माह की राशि जल्द से जल्द जमा कराने के प्रयास कर रहा है। लेखा विभाग ने इसकी कार्यवाही भी प्रारंभ कर दी है। लेखा विभाग के सूत्रों के अनुसार प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही हम दो माह की राशि जमा कराएंगे। दरअसल फंड की कमी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। सूत्र बताते हैं कि कर्मचारियों का करीब दस से पंद्रह लाख के बीच में राशि कर्मचारियों के खातों में जमा नहीं करायी गई है। बताया जा रहा है कि जिनकी राशि जमा नहीं हुई है, ऐसे कर्मचारियों की संख्या लगभग छह सौ है।
इनका कहना है…!
कर्मचारियों के खाते में दो माह की राशि जमा कराने के लिए प्रक्रिया चल रही है। दरअसल शासन से उतना पैसा नहीं आ पाता है, इसलिए परेशानी हुई है। हमारा कर्मचारियों से भी कहना है कि वे वसूली में पूरी निष्ठा से काम करें ताकि आर्थिक परेशानी का सामना निकाय को न करना पड़े।
हरिओम वर्मा, सीएमओ