इटारसी। त्योहार पर वेतन न मिलने से नाराज रेलवे के गार्ड रनिंग रूम में कार्यरत ठेका कर्मचारियों ने मंगलवार को फिर काम बंद कर हड़ताल कर दी थी। इस दौरान खाना नहीं बना तो रेलवे के अधिकारियों को जानकारी मिलने पर बाहर से खाना बुलाकर यहां ठहरे गार्ड्स को खिलाया गया। सुबह से ही कर्मचारियों ने कामबंद हड़ताल कर दी थी जिससे चाय-नाश्ते की व्यवस्था भी बेपटरी हो गयी थी। अधिकारियों के हस्तक्षेप से शाम को कर्मचारियों को पैसा मिल गया था।
रक्षाबंधन के त्योहार के बावजूद वेतन न मिलने से नाराज रेलवे स्टेशन के सामने स्थित गार्ड रनिंग के ठेका कर्मचारी मंगलवार दोपहर 12 बजे कामबंद हड़ताल पर चले गये। कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से सुबह की शिफ्ट में आए गार्ड्स को सुबह चाय-नाश्ते के बाद दोपहर खाना देने की व्यवस्था भी लडख़ड़ा गई। सूचना मिलने पर स्टेशन प्रबंधक राजीव चौहान, लोको इंस्पेक्टर समेत अधिकारी-कर्मचारियों से बात करने गए।
इधर खाने के इंतजार में भूखे बैठे गार्ड्स को बाहर की होटल से खाने के पार्सल लाकर देना पड़ा। एसएम ने ठेकेदार राजीव मिश्रा को कॉल किया और फटकार लगाते हुए कहा कि आप पेमेंट क्यों नहीं कर रहे हैं, इसके बाद मिश्रा ने शाम 4 बजे तक पेमेंट भेजने का भरोसा दिया। एसएम ने कर्मचारियों से कहा कि आप शाम 4 बजे तक देख लो, यदि इसके बाद भी पेमेंट नहीं आए तो जैसा ठीक लगे, वैसा करना। हालांकि शाम को वेतन का भुगतान कर दिया गया है। यहां कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि यह हमेशा की समस्या है और वेतन नहीं मिलने से आए दिन विवाद होता है। हमें वेतन नहीं मिला है तो इसलिए हड़ताल कर रहे हैं।
अक्सर होता है वेतन का विवाद
कर्मचारियों ने बताया कि रनिंग रूम में ठेकेदार राजीव मिश्रा के यहां कुक, बेयरा, सुपरवाइजर, हेल्पर, महिला कुक समेत 27 लोग काम करते हैं। इन्हें कभी भी वेतन समय पर नहीं मिलता। पिछले माह भी दो माह का वेतन रोकने पर हड़ताल हो गई थी। अभी तक कई कर्मचारियों का करीब 27 हजार रुपए नहीं मिला है। राखी का त्योहार सिर पर है, लेकिन उन्हें वेतन नहीं मिला, इस वजह से परिवार में त्योहार मनाना तो दूर रोज के खाने के लाले पड़े हैं। कर्मचारियों ने बताया कि जो कर्मचारी ज्यादा विरोध करता है, उसे ठेकेदार डराकर चुप करा देता है। आए दिन इस मुद्दे को लेकर विवाद की स्थिति बनती है।
गार्ड भी हैं व्यवस्था से नाराज
गार्ड रनिंग रूप में आने वाले गार्ड भी रनिंग रूम की खानपान व्यवस्था से नाराज हैं। स्टॉफ ने स्टेशन प्रबंधक श्री चौहान को बताया कि कभी सुबह चाय-नाश्ता समय पर नहीं दिया जाता। भोपाल बीना एवं अन्य रनिंग रूम से यहां ज्यादा चार्ज लिया जाता है। जो टोकन दिए जाते हैं उनकी कीमतें भी ज्यादा हैं।
इनका कहना है…!
शाम को सभी कर्मचारी पैसा मिलने के बाद काम पर आ गए हैं। ठेकेदार को सख्त नसीहत दी है कि समय पर वेतन दिया जाए। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को भी जानकारी भेजी गई है।
राजीव चौहान, स्टेशन प्रबंधक
शाम को ठेकेदार ने कुछ पैसा नकदी और बाकी रकम खातों में दिया है। इस वजह से सभी काम पर आ गए हैं। यह समस्या आए दिन होती है, हमें नियमित वेतन दिया जाना चाहिए।
रामलाल भैंसारे, कर्मचारी