
हिन्दी उज्ज्वल भविष्य में बाधक नहीं : विश्वास
इटारसी। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर आर्यनगर में दसवी के विद्यार्थियों का दीक्षांत समारोह में विशिष्ट अतिथि डॉ.दीपक विश्वास उपस्थित थे। अध्यक्षता सुनील दीक्षित विभाग समन्वयक, नर्मदापुर विभाग ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन व वंदना से किया। डॉ. विश्वास ने संबोधित करते हुये कहा कि, शिक्षा का माध्यम हिंदी होना उज्ज्वल भविष्य के लिये किसी भी प्रकार से अवरोधक नहीं है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी ज़रूरी है और संस्कार देने में सबसे अग्रणी संस्था शिशु मंदिर ही है। उन्होंने अच्छी शिक्षा, पद, प्रतिष्ठा पाने के बाद अपने ही राष्ट्र में सेवाएं देने हेतु बच्चों को प्रेरित किया। उन्होंने विद्यालय को मां सरस्वती की प्रतिमा भेंट की तथा दसवी के छात्रों ने स्टील का डायस बोर्ड भेंट किया। विभाग समन्वयक ने बच्चों से कहा कि वे शिशु मंदिर से प्राप्त संस्कारों का प्रचार अब समाज में करें तथा उज्ज्वल भविष्य बनाते हुये समाजसेवा की ओर अग्रसर हों। कक्षाचार्य रामगोपाल शर्मा ने बच्चों को आशीर्वचन देते हुये आने वाली परीक्षा की शुभकामनाएं दीं।
मुख्य अतिथि सुनील कुमार तिवारी, एके बाराई पूर्व सीनियर मैनेजर पीएनबी, डॉ. अनुकूलचंद्र रॉय, डॉ. मनोज विश्वास, डॉ. विकास विश्वास, पूर्व छात्र मृत्युंजय रॉय तथा प्राचार्य प्रतापसिंह राजपूत, मुकेश शुक्ला, नर्मदाप्रसाद मालवीय, योगेश शुक्ला आदि मौजूद थे। आभार कक्षा दसवी के आदेश कुमार ने माना।