अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस क्यों बनाया जाता हैं। जाने कैसे हुई इस दिन की शुरूआत,योग दिवस पर योगा कैसे करे जाने सम्पूर्ण जानकारी…
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 थीम (International Yoga Day 2022 Theme)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम प्रतिवर्ष अलग रखी जाती हैं। इस वर्ष आयुष मंत्रालय ने 21 जून 2022 को भारत तथा पूरे विश्व में आयोजित होने वाले 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए “मानवता के लिए योग” विषय पर थीम का चुना हैं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे हुई
(This Is How International Yoga Day Started)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 11 दिसंबर 2014 में योग दिवस की सिफारिश की थी। इस दौरान 193 देशों में से 175 देशों ने बिना किसी वोटिंग के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत ही नहीं बल्कि कई देशों में मनाया जाता हैं।
21 जून को ही क्यों मनाया जाता हैं अंतर्राष्ट्रीय योग (Why is International Yoga celebrated only on 21st June)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा सुझाई गई इस तारीख का कारण सामान्य नहीं हैं। भारतीय संस्कृति के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन मे होता हैं। और 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता हैं।
इस दिन सूर्य जल्दी उदय होता हैं। और देर से ढलता हैं। योग मनुष्य को दीर्घ जीवन प्रदान करता हैं। कहा जाता हैं कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता हैं। इसी वजह से 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाते हैं।
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कैसे हुई योग की उत्पत्ति (How Yoga Originated)
ऐसा कहा जाता हैं। भगवान शिव ने ही योग कला को जन्म दिया हैं। भारतीय पौराणिक युग से ही योग की जड़े जुडी हुई हैं। और सामान्यत तौर पर यह भी माना जाता हैं। कि उत्तर भारत में सिंधु-सरस्वती सभ्यता थीं जिसने 5000 साल पहले इस शानदार कला की शुरूआत की थी। ऋग्वेद में पहली बार इस अवधि का उल्लेख मिलता हैं। हालांकि योग की पहली व्यवस्थित प्रस्तुति शास्त्रीय काल में पन्तजलि द्वारा की गई हैं।
योग दिवस कैसे मनाया जाता हैं (How Is Yoga Day Celebrated)
योग को मनुष्य के जीवन का हिस्सा बनाने के लिए विभिन्न स्कूल,कालेज,सरकारी विभागों, संस्थानों तथा अन्य संगठनों में योग दिवस के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता हैं। इस दिन देश कई बड़े हिस्सों में बड़े व छोटे योग शिविर आयोजित किये जाते हैं।
लोग बड़ी संख्या में इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। इन कार्यक्रमों में लोग भाषण देते हैं और योग दिवस का महत्व को समझाते हैं। इन कार्यक्रमों के तहत योग का अभ्यास कराया जाता हैं। तथा कुछ महत्तवपूर्ण आसन भी सिखाये जाते हैं।
इन कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को बताया जाता हैं कि योग न सिर्फ आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाता हैं। बल्कि आपके मन और आत्मा को भी शांत करता हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल बड़े उत्साह से मनाया जाता हैं।
योग दिवस मनाने का उद्देश्य (Purpose Of Celebrating Yoga Day)
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पूरी दुनिया में स्वास्थ्य को चुनोती देने वाली बीमारियों को कम करना और योग के बारे में जागरूकता फैलाना हैं। योग दिवस कार्यक्रम के माध्यम से पूरी दुनिया में योग का प्रचार किया जाता हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बेहतर मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देना हैं।
योग में स्वामी रामदेव का योगदान (Contribution of Swami Ramdev in Yoga)
स्वामी रामदेव ने योग को पुनर्जीवित किया हैं। भारत में योग की बात योग गुरू रामदेव के बिना अधूरी हैं। वैसे तो योग भारत की प्राचीन कला हैं। पर स्वामी रामदेव ने योग को जन-जन तक पहुंचाया हैं। केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में उन्होंने योग का प्रचार किया।
उन्होंने अपने कई कैम्प के जरिये बीमारियों से बचने के लिए योग के गुणों के बारे में बताया। स्वामी रामदेव ने महर्षि पतंजलि के नाम पर हरिद्वार में योगपीठ की स्थापना की। योग के महत्व को जन जन तक पहुंचाने में स्वामी रामदेव की बहुत बड़ी भूमिका हैं।
योग से होने वाले लाभ (Benefits of yoga)
- प्रतिदिन योगा करने से मन और दिमाग शांत रहता हैं।
- प्रतिदिन योग से बीमारियों से बचा जा सकता हैं।
- प्रतिदिन योग शरीर को उर्जावान और तरोताजा बनाये रखता हैं।
- योग शरीर को लचीला बनाने में मदद करता हैं।
- योग तनाव को कम करने में सहायक हैं।
बच्चों के लिए योग का महत्व (importance of yoga for kids)
आज के समय में वयस्कों के साथ-साथ बच्चे भी बड़ों की तरह ही तनावग्रस्त हैं। बढती प्रतिस्पर्धा बच्चों को तनाव की स्थिति से गुजरने पर मजबूर कर देती हैं। बच्चों के लिए अभिभावकों तथा शिक्षकों की अपेक्षाओं को पूरा करना तनावपूर्ण हैं। इस तनाव से निपटने का सबसे अच्छा तरीका हैं। योग अभ्यास। योग बच्चों की के व्यवहार को प्रभावित करता हैं। योग बच्चों का ध्यान केन्द्रित कर बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव डालता हैं।
योग के नियम (Rules Of Yoga)
- किसी गुरु के निर्देशन से ही योग अभ्यास करना चाहिए।
- योग हमेशा खाली पेट सूर्योदय के समय करना चाहिए।
- आरामदायक सूती कपडे पहन कर ही योग करना चाहिए।
- योग अभ्यास प्रतिदिन करना चाहिए।
- योग अभ्यास धैर्य और दृढ़ता से करना चाहिए।
- योग करते समय शरीर के साथ जबरदस्ती बिलकुल न करें।
- योग हमेशा किसी खुली जगह में ही करना चाहिये।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस महत्वपूर्ण योगासन (Important Yogasanas)
ताड़ासन (Tadasana)
इसमें सीधे खड़े होकर धीरे-धीरे अपना पूरा वजन पंजे पर रखते हैं। और एड़ी को उपर उठाते हैं। और इसी स्थिति में कुछ देर तक खड़े रहते हैं। इसे होल्ड करना कहते हैं।
पादहस्तासन (Padahastasana)
इसमें सीधे खड़े होकर आगे की तरफ झुकते हैं। और घुटने मोड़े बिना अपने पैरो के अंगूठे छूते हैं। इसके बाद अपने सिर को जन्घों पर टच करने की कोशिश करते हैं।
शीर्षासन (Headstand)
इसमें सिर के बल पर खड़ा होते हैं।
त्रिकोणासन (Trikonasana)
इसमें सीधे खड़े होकर पैरो के मध्य कुछ जगह की जाती हैं। और कमर को नीचे की तरफ झुकते हैं साथ ही बिना घुटने मोड़े सीधे हाथ से उलटे पैर के पंजे को और उलटे हाथ से सीधे पैर के पंजे को स्पर्श करते हैं।
वज्रासन (vajrasana)
इसमे दोनों पैरो को मोड़ कर, रीढ़ की हड्डी को सीधा रख कर अपने हाथों को घुटनों पर रखते हैं।
शलभासन (Shalabhasana)
इसमें पेट के बल लेटा जाता हैं। और हाथो और पैरो को सीधे हवा में खोल कर रखा जाता हैं।
धनुरासन (Dhanurasana)
इसमें पेट के बल पर लेट कर हाथो से पैरो को पकड़ा जाता हैं।
चतुरङ्गदण्डासन (Chaturangadandasana)
इसमें उलटा लेट कर अपने हाथ के पंजो और पैर की उँगलियों पर शरीर का पूरा बैलेंस बनाया जाता हैं।
भुजङ्गासन (Bhujangasana)
इसमें उल्टा लेट कर पेट, जांघ, घुटने एवम पैर के पंजे सभी जमीन पर होते हैं और शरीर के आगे का हिस्सा हाथों बल पर उपर की तरह उठाया जाता हैं। इसमें हाथ की कोहनी थोड़ी सी मुड़ी हुई होती हैं।