इटारसी। 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस मनाने में सरकार जुटी रही और भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मनाना भी भूल गयी। कहीं कोई आयोजन नहीं हुए। आदिवासी वोट बैंक के चक्कर में प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी के नेता आदिवासियों के इर्दगिर्द घूमते रहे लेकिन महात्मा गांधी की याद नहीं आयी। अलबत्ता स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन ने अगस्त क्रांति दिवस पर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर जाकर श्रद्धा के फूल चढ़ाए।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी संगठन द्वारा भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ अगस्त क्रांति दिवस के रूप में मनायी गई। संगठन के सदस्यों ने गांधी स्टेडियम में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर संगठन के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल, सचिव अशोक मालवीय, बसंत पाराशर, हरीश मालवीय, नीलेश रिछारिया एवं टैक्सी एसोसिएशन के मनीष अग्रवाल, पप्पू मालवीय ने माल्यार्पण किया। इस अवसर पर अगस्त क्रांति के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। संगठन के सदस्यों ने महात्मा गांधी के विचार को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। ऐसा नहीं है कि कांग्रेसियों ने महात्मा गांधी को याद नहीं किया। लेकिन, पार्टी को ऐसा कोई अधिकृत कार्यक्रम नहीं हुआ। अलबत्ता कांग्रेस से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वप्रेरणा से जाकर महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित अवश्य किये हैं।