अतिशेष शिक्षकों का विसंगति पूर्ण युक्तियुक्तकरण निरस्त हो

इटारसी। जिला शिक्षा अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय होशंगाबाद ने जिले के अतिशेष शिक्षकों की युक्ति युक्तकरण प्रक्रिया में विसंगतिपूर्ण एवं अपने चहेतों को लाभ देने की जो प्रक्रिया अपनाई है, उससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है। जिले के शिक्षक शिक्षिकाओं में भारी आक्रोश है। पीडि़त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने शिक्षक कल्याण संगठन से मांग की है कि वह इस विसंगति पूर्ण प्रक्रिया को तत्काल निरस्त कराकर पारदर्शी प्रक्रिया से नियमानुसार लागू कराने की पहल करें।
शिक्षक कल्याण संगठन के संयोजक राजकुमार दुबे ने विसंगति पूर्ण बिंदुओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्राथमिक शालाओं भीलाखेड़ी, मेहरागांव, कस्तूरबा कन्या शाला गांधीनगर में 21 नवंबर काउंसलिंग के दिन पोर्टल पर रिक्त पदों नहीं होना दर्शाया था फिर इन शालाओं में कैसे शिक्षकों की पदस्थापना कर दी गई, धौंखेड़ा माध्यमिक शाला में एक पद रिक्त है, लेकिन पोर्टल रिक्त पद नहीं बता रहा है, प्राथमिक शाला मिशनखेड़ा में नियमानुसार 2 पद रिक्त बताए जाने थे, लेकिन यहां भी रिक्त पद नहीं बताए, कन्या माध्यमिक शाला सूरजगंज में सेवा में कनिष्ठता रखने वाली शिक्षिका को अतिशेष करने के बजाय वरिष्ठ शिक्षिका को अतिशेष बताया जो अतिशेष नियम का उल्लंघन है, शासकीय माध्यमिक शाला कस्तूरबा कन्या एवं गुर्रा में गणित शिक्षक के पदस्थ होने के उपरांत गणित विषय के एक-एक शिक्षक और भेज दिए जबकि वहां अंग्रेजी विषय के शिक्षक-शिक्षिका को भेजना था।
शिक्षक कल्याण संगठन ने जिला कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह से अनुरोध किया है कि संपूर्ण जिले में इसी प्रकार की अनेक विसंगतियां हो सकती हैं। अत: वे वर्तमान की युक्ति युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को तत्काल निरस्त कर उपरोक्त वर्णित बिंदुओं की जांच करा कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही कराने का कष्ट करें। संगठन का यह भी अनुरोध है की शहर के अतिशेष हो रहे वरिष्ठ शिक्षक-शिक्षिकाओं को शहर की शालाओं के रिक्त पदों पर पहले समायोजित कर इसके उपरांत युक्ति युक्तिकरण प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से लागू कराएं।

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