अनोखी पहल : स्वयं के परिसर में लगाया स्कूल
इटारसी। बैतूल से भोपाल तक नेशनल हाईवे फोरलेन का काम चल रहा है। आदिवासी विकासखंड केसला मुख्यालय पर सड़क के दोनों ओर के भवन तोड़े गए, जिसमें सरस्वती शिशु मंदिर का भवन भी शामिल था। भवन के टूटने के बाद सबसे बड़ा संकट यह आया कि एलकेजी से आठवीं तक के बच्चे कहा विद्या अध्ययन करेंगे। केसला के मुख्य बाजार में स्थित यह स्कूल का भवन भी निशुल्क रूप से वाजपेयी परिवार ने स्कूल संचालन के लिए दिया था।
सड़क निर्माण के लिए भवन टूटने पर ग्राम भारती के जिला प्रभारी चरण सेवक प्रजापति एवं समाजसेवी प्रमोद पगारे ने राजेश वाजपेयी और उनके बड़े भाई राजकुमार वाजपेयी से बात की। जन्म के समय से कांग्रेस विचारधारा के वाजपेयी परिवार ने आश्वस्त किया था कि नया भवन उनके आवास के परिसर में बनेगा और तब तक भवन नहीं बनता है छात्र छात्राएं उनके आवास पर ही अध्ययन करेंगे।
सरस्वती शिशु मंदिर के प्राचार्य महेश शुक्ला को भवन निर्माण के लिए नियुक्त किया गया और बहुत कम समय में कबेलू एवं टीन केशेड का भवन बनकर तैयार हो गया। जिसमें पुराने भवन की सामग्री उपयोग की गई एवं नटराज प्रोटिन्स के संचालक कैलाश शर्मा ने 40 हजार सामग्री इटारसी से भिजवाई। वहीं समाजसेवी प्रमोद पगारे ने भी जरूरी सामग्री उपलब्ध कराई।
नवग्राम भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर अपने नए भवन में मंगलवार से प्रारंभ हो गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी प्रमोद पगारे एवं राजेश वाजपेयी सहित ग्राम भारती के जिला प्रभारी चरण सेवक प्रजापति एवं गा्रम भारती केसला के संयोजक नारायण राठौर, एकल विद्यालय के जिला प्रमुख प्रेमनाथ भरोसे विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में शाल श्रीफल से अतिथियों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर प्रमोद पगारे ने अपनी ओर से 7 हजार 200 रूपए की लेखन सामग्री छात्र छात्राओं को उपलब्ध करवाई।
ग्राम भारती जिला प्रभारी चरण सेवक प्रजापति ने कहा कि वह इटारसी से दूर अभ्यास वर्ग में शामिल थे, तब श्री पगारे ने केसला के स्कूल के टूटने की खबर दी। दो दिन बाद हम केसला पहुंचे और वहां राजेश वाजपेयी और उनके भाई राजकुमार (राजा) वाजपेयी से बातचीत की तब उन्होंने अपने आवासीय परिसर में स्कूल भवन बनाने की स्वीकृति दी।
इस अवसर पर राजेश वाजपेयी ने कहा कि पहले का स्कूल भवन भी हमने नि:शुल्क दिया था और अब हमारे आवासीय परिसर में स्कूल भवन के लिए हमनें जमीन और पुराने भवन का मटेरियल उपलब्ध कराया है। यह कार्य बिना प्रमोद पगारे के संभव नहीं था उन्होंने आगे बढ़कर इस दायित्व को निभाया। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्रमोद पगारे ने कहा कि मैं स्वयं गरीब छात्र निधि से पढ़ा हूं और मुझे इस बात का बहुत अच्छे से एहसास है कि गरीब बच्चों को विद्या अध्ययन में कितनी परेशानी आती है।
श्री पगारे ने अपनी ओर से लाई गई लेखन सामग्री बच्चों को प्रदान की एवं ग्राम भारती की ओर से शिक्षक शिक्षिकाओं को भी उपहार वितरित किए गए। संचालन प्राचार्य महेश शुक्ला ने किया। केसला में अपने आवासीय परिसर में ही राजेश वाजपेयी उर्फ दद्दू ने सरस्वती शिशु मंदिर के नए भवन के लिए जमीन उपलब्ध करवाई। इस कार्य के लिए जिला सर्व ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष जितेन्द्र ओझा ने उनका आभार व्यक्त किया।