अपडेट : मंडी से अनाज चुराने वाले भाईयों पर मामला दर्ज

Post by: Rohit Nage

पूर्व में करते थे मंडी में हम्माली, अब करने लगे चोरी
इटारसी। कृषि उपज मंडी में पदस्थ गाड्र्स ने मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात करीब 2 बजे मंडी से अनाज की चोरी करने वाले एक युवक को पकड़ा है, जबकि उसका एक साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। दोनों चोर आपस में सगे भाई है। पिछले कुछ माह से हो रही लगातार चोरियों से परेशान गाड्र्स ने योजना बनाकर यह कार्य किया और रात को दो बजे एक को धर दबोचा। दोनों भाई पूर्व में मंडी में ही हम्माली करते थे और करीब दो वर्ष से उन्होंने हम्माली छोड़कर यह काम शुरु कर दिया।
मंडी के गाड्र्स ने रात में उस जगह निगरानी की जहां से चोरों के मंडी परिसर में घुसने की आशंका थी। दरअसल, रेलवे गेट से एनएच मार्ग तक के रोड किनारे मंडी की दीवार एक स्थान पर टूटी है और यहीं से ये लोग आकर चोरी करते थे। रात करीब 2 बजे एक चोरी आया और पहले उसने दो कट्टी उठाकर ले गया। इसके बाद दूसरी बार भी वह आया और कट्टी ले गया। तीसरी बार में गाड्र्स ने उसे धर दबोचा। इस बीच अंधेरे का फायदा उठाकर उसका भाई भाग निकला। पकड़े गये चोरी की पहचान नरेश यादव के तौर पर हुई है तथा भाग गया उसका भाई महेश यादव है। चोरी को पकडऩे के बाद उसी वक्त डायल 100 को सूचना दी गई। उसी वक्त दो कट्टी की जब्ती पुलिस को करायी और नरेश यादव को उनके सुपुर्द किया। घटना की सूचना मंडी में भारसाधक अधिकारी और एसडीएम हरेन्द्रनारायण को भी दे दी है। पुलिस ने राजेश यादव पिता छिद्दीलाल यादव 38 वर्ष, निवासी आगरा मोहल्ला पुरानी पावर हाउस के पास पन्ना, हाल निवासी वार्ड नंबर 9 काली मंदिर के पास खेड़ा की शिकायत पर बंगाली कालोनी खेड़ा निवासी नरेश यादव और महेश यादव के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। पकड़े गये युवक नरेश के पास से मंडी के शेड क्रमांक सात से चुरायी सोयाबीन की दो कट्टी भी जब्त की है, जिसकी कीमत करीब चार हजार रुपए बतायी जा रही है।

पूर्व में करते थे हम्माली
पकड़ा गया नरेश यादव और भागा उसका भाई महेश यादव मूलत: खंडवा के पास किसी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिताजी यहीं मंडी में हम्माली करते थे और करीब दो वर्ष पूर्व ये दोनों भी इसी मंडी में हम्माली का काम करते थे। हम्माली में कम कमाई होने से इनके मन में लालच आया और ये करीब दो वर्ष से हम्माली छोड़कर अन्य काम में लग गये। पिछले कई माह से मंडी में लगातार चोरियां हो रही थीं। व्यापारियों और किसानों ने मंडी प्रशासन को इसकी शिकायत की थी। लेकिन, व्यापारियों का कहना है कि मंडी प्रशासन से उनको यही जवाब मिला कि माल की खरीद होने के बाद तत्काल यहां से उठाया जाए, यह मंडी प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है। इसके बाद से व्यापारियों और किसानों ने शिकायत करना ही बंद कर दी थी।

टूटी है, बाउंड्रीवाल
सोनासांवरी रेलवे गेट के पास से नेशनल हाईवे को जोडऩे वाली रोड पर एक सुनसान स्थान पर मंडी की बाउंड्रीवाल टूटी है। इसमें से एक व्यक्ति एक बोरा लेकर आसानी से निकल सकता है। चूंकि ये दोनों भाई हम्माली कर चुके हैं, अत: पीठ पर बोरा लादकर चलना इनके लिए कोई मुश्किल काम नहीं है। बीती रात भी दोनों एक साथ आए थे और पहले दो बोरे ले गये, दूसरी बार भी सफल हो गये और तीसरी बार एक को गाड्र्स ने धर दबोचा जबकि दूसरा कट्टी फैककर भाग निकला। किसानों और व्यापारियों ने कई बार इस टूटी दीवार की शिकायत मंडी प्रशासन को कर चुके हैं, लेकिन इसको दुरुस्त करने में हमेशा मंडी प्रशासन ने अनदेखी की है। यह दीवार पिछले कई वर्षों से टूटी है, और चोरी कितने वर्षों से हो रही है, यह चोर ही बता सकेंगे।

कौन खरीदता है चोरी का माल
दोनों भाईयों ने जब से हम्माली छोड़ी है, तब से ये क्या कर रहे थे। क्या दो वर्ष से ही यहां चोरी करने लगे थे या फिर अभी कुछ दिनों से चोरी शुरु की, यह सब जांच का विषय हो सकता है। इसके अलावा जो बड़ी बात है जो पुलिस को पता करनी है, कि आखिर ये लोग अनाज की चोरी करके कहां ये चोरी का माल खपा रहे थे। आखिर शहर में कौन है जो इनके द्वारा चोरी किया गया अनाज खरीद रहा था। ये लोग आखिर चोरी करके किसी को तो यह माल बेच रहे होंगे? और यह माल आसानी से बेच रहे होंगे तो इनका लालच बढ़ता गया होगा। पिछले कई माह से मंडी में अनाज की खरीद करने वाली अनेक व्यापारिक फर्मों का माल चोरी गया है, लेकिन उन्होंने न तो मंडी प्रबंधन को और ना ही कभी पुलिस को लिखित शिकायत की है।

इन फर्मों का माल चोरी गया
कृषि मंडी में पिछले कई माह से अनाज की बोरियां चोरी हो रही थीं। मंडी में कार्यरत व्यापारिक प्रतिष्ठान और किसान मंडी के सुरक्षा कर्मियों को इसकी जानकारी दे रहे थे। मंडी प्रशासन को भी इसकी मौखिक सूचना दी जा रही थी। लेकिन, मंडी से अनाज की चोरी होना नहीं थम रही थी। खास बात यह है कि कृषि उपज मंडी परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, बावजूद इसके चोर इन कैमरों में कैद नहीं हुए। जाहिर है, चोरों को इसकी जानकारी रही होगी कि उनको इन कैमरों से कैसे बचना है। मंडी परिसर से अब तक श्याम ट्रेडिंग कंपनी, आशीष ट्रेडर्स, शीतलशिवा ट्रेडर्स, कान्हा जी ट्रेडर्स, गुरुनानक टे्रडिंग कंपनी, अमन ट्रेडर्स के अलावा कुछ किसानों का मिलाकर लगभग पांच लाख का अनाज सोयाबीन, मूंग, धान और चना चोरी गया है।

इनका कहना है…!
अनाज चोरी के मामले में एक आरोपी नरेश यादव को गिरफ्तार कराया जा चुका है, एक भाई महेश फरार है। जहां तक टूटी दीवार की बात है तो हमारी फाइल कंपलीट है और संभवत: आज उसका टेंडर लग जाएगा।
उमेश बसेडिय़ा शर्मा, सचिव कृषि उपज मंडी

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