अब अंशुल चौधरी ने की निष्पक्ष जांच की मांग
इटारसी। भाजपा नेता जय किशोर चौधरी के चचेरे भाई अंशुल चौधरी ने पत्नी की मृत्यु के संबंध में निष्पक्ष जांच करने की एसपी अरविंद सक्सेना को आज एक ज्ञापन अंशुल के परिजनों ने भी दिया है। ज्ञापन में अंशुल चौधरी ने पत्नी की मृत्यु के संबंध में सुसराल पक्ष द्वारा लगाए आरोपों की निष्पक्ष जांच कर न्याय की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को अंशुल चौधरी की पत्नी पद्मा चौधरी के मायके वालों ने ग्रामीणों के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर पद्मा चौधरी की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच करने एक ज्ञापन दिया था।
आज दिए ज्ञापन में अंशुल ने बताया कि वह खेती के साथ ही ट्यूशन पढ़ाने का काम भी करता है। उसका विवाह 12 मई 2013 को हुआ था और उसकी एक पुत्री भी है। दाम्पत्य जीवन सुखमय व्यतीत हो रहा था। पत्नी पद्मा चौधरी की रुचि शिक्षिका बनने में भी और उसने अपनी इच्छा से ही ग्राम तीखड़ के स्कूल में पढ़ाना शुरु किया था। घटना वाले दिन दोपहर में घर पर पुताई का कार्य चल रहा था। उस दिन शेष पुताई कल करने की बात पर पति-पत्नी में थोड़ी बहस हुई थी। वह मकान के अंदर टीवी देख रहा था, उसने देखा कि उसकी पत्नी को उल्टी हो रही है, पूछने पर बताया कि यूं ही उल्टी हो रही है। इस बीच परिवार के अन्य सदस्य भी आ गया और तत्काल उसे अस्पताल ले गए। घर से निकलते ही उसने 2:48 बजे अपने साले मनोज चौधरी को सूचना भी दी थी और 3 बजे पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया। वहां उपस्थित चिकित्सक ने बताया कि शायद उसने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है। उपचार के दौरान पत्नी पद्मा की मौत हो गयी। चिकित्सालय में उसकी सास सरोज चौधरी, साले मनोज चौधरी, चचेरी बहन संगीता महालहा, चचेरी भाभी ज्योत्सना चौधरी के बयान भी हुए तथा पीएम के बाद सभी की उपस्थिति में पत्नी का अंतिम संस्कार कर दिया। दो माह बाद इस तरह के आरोपों से वह और उसका परिवार मानसिक रूप से परेशान है, हम हर तरह की जांच, वैज्ञानिक परीक्षण कराने को तैयार हैं, मामले की निष्पक्ष जांच की जाए।