अब दत्तक पिता के साथ रहेगी किशोरी
इटारसी। पंद्रह वर्षीय एक किशोरी अब अपने गोद लिए पिता के घर में रहेगी। इसे उसकी सगी मां दमोह से इटारसी ले आयी थी। यहां कुछ दिन रहने के बाद किशोरी का मन नहीं लगा और वह वापस जाने की जिद करने लगी। मुस्कान संस्था के मनीष ठाकुर के प्रयास से अब किशोरी वापस बचपन से पालन-पोषण करने वाले पिता के घर पहुंच गई है।
इस किशोरी की कहानी इस प्रकार है कि मूलत: कटनी निवासी एक महिला का पति तीन बच्चों के साथ करीब दस वर्ष पूर्व लापता हो गया था। महिला को पता चला कि उसका पति इटारसी में है तो वह तलाश में करीब 8 वर्ष पूर्व इटारसी आ गई। यहां उसे पति तो नहीं मिला अलबत्ता बचपन निवसीढ़ संस्था की नंदा जाधव से उसकी मुलाकात हो गई। नंदा ने बच्चों को सुरक्षा की दृष्टि से कटनी के ही एक एनजीओ लिटिल स्टार फाउंडेशन में भेज दिया। महिला इटारसी में रहने लगी और कुछ दिन बाद उसने यहां शादी कर ली। कटनी में एनजीओ में रह रहे बच्चों में से एक लड़की को दमोह के एक परिवार ने गोद ले लिया। लड़की जब करीब पंद्रह वर्ष की हो गई तो कुछ समस्या आने पर उक्त परिवार ने बच्ची की सगी मां से संपर्क करके उनके साथ इटारसी भेज दिया।
किशोरी का कहना है कि उसकी मां और सौतेला पिता उसे तंग करते हैं और वह उनके साथ नहीं रहना चाहती। वह वापस जाना चाह रही थी। उसने यहां अपनी मां और सौतेले पिता का घर छोड़ दिया। किसी ने मुस्कान के मनीष ठाकुर को खबर की तो मनीष ठाकुर ने बच्ची के मां और सौतेले पिता तथा दमोह के गोद लिए पिता से संपर्क करके आज दोनों परिवार में सहमति बनायी और आखिरकार दमोह के पिता उसे अपने साथ ले जाने को तैयार हो गए।