आचार संहिता : कव्वाली के शौकीनों को प्रशासन ने किया निराश

इटारसी। हर वर्ष मई का माह कव्वाली के शौकीनों के लिए होता था। इसी एक माह में शहर में करीब आधा दर्जन क्षेत्र में कव्वाली के आयोजन होते थे जिनमें 18 बंगला, पीर बाबा, सैलानी बाबा, राम-रहीम समिति आयोजक होती थी। लेकिन इस वर्ष 23 मई तक आचार संहिता और वर्तमान में चल रहे रमजान माह के कारण ये आयोजन होने में रुकावट आ रही है।
इस वर्ष कव्वाली के कोई आयोजन नहीं होंगे। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के साथ ही अब रमजान माह प्रारंभ हो जाने से ये आयोजन नहीं हो सकेंगे। दरअसल, 23 मई तक आचार संहिता चलेगी, लेकिन अब रमजान का माह भी प्रारंभ हो गया है जिसमें मुस्लिम समाज के लोग सादगी के साथ अल्लाह की इबादत करते हैं, अत: इस तरह के आयोजन पर पाबंदी होती है। ये दोनों कारण, इस वर्ष कव्वाली नहीं होने के पीछे बताये जा रहे हैं। यानी इस वर्ष कव्वाली के शौकीनों को मायूस होना पड़ेगा। आचार संहिता मतगणना के बाद खत्म भी हो गयी तो रमजान माह के कारण कव्वाली नहीं हो सकेगी। बताया जाता है कि कव्वाली आयोजकों ने प्रशासन से 5 मई तक कव्वाली कराने की अनुमति मांगी थी और प्रशासन ने अनुमति सशर्त देने को कहा था। प्रशासन का कहना था कि रात 10 बजे तक कव्वाली खत्म हो तो अनुमति दी जा सकती है। लेकिन, कव्वाली ऐसा आयोजन है जो रात दस बजे के बाद ही प्रारंभ होता है और सारी रात होता है। ऐसे में अंतत: समितियों ने इस वर्ष कव्वाली नहीं कराने का निर्णय लिया है। रमजान माह 10 जून तक चलेगा और फिर ईद की खुशियों में करीब एक सप्ताह बीतेगा। इसके बाद मानसून का मौसम आ जाएगा। ऐसे में कव्वाली भी नहीं हो सकती। कुल जमा स्थिति यह बन गयी है कि इस वर्ष कव्वाली के शौकीनों को निराश ही होना पड़ेगा।

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