आदर्श अब बोलने और खेलने लगा है
होशंगाबाद। मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के माध्यम से गंभीर ह्मदय रोग से पीडि़त बच्चों का उपचार एवं उनके हृदय का आपरेशन चिन्हित अस्पतालों में किया जाता है। पिपरिया के ग्राम चुरका के नरेश कतिया का छोटा पुत्र जन्म से ही हृदय रोग से पीडि़त था। आदर्श बचपन से ही निमोनिया से पीडि़त रहता था, उनके पिता नरेश एवं माता उमा कतिया ने उन्हें पिपरिया के चिकित्सकों को दिखाया, जिससे कुछ दिनों में तो वह ठीक हो गया लेकिन उसके पश्चात फिर वो बीमार हो गया। इस बार चिकित्सकों ने उन्हें इटारसी में डाक्टर दीपक जैन के यहां दिखाने की सलाह दी।
नरेश कतिया डॉक्टर जैन को दिखाया, डाक्टर जैन ने उन्हें बताया कि आदर्श के हृदय में दो छोटे-छोटे छेद हैं, उन्होंने आदर्श को जिला चिकित्सालय ले जाकर दिखाने की सलाह दी और कहा कि जिला चिकित्सालय से आदर्श के हृदय के आपरेशन के लिए स्टीमेट भी बनवा लें।
नरेश कतिया ने जिला चिकित्सालय से पहले मुख्यमंत्री बाल ह्मदय उपचार योजना से 90 हजार का स्टीमेट स्वीकृत कराकर चिरायु मेडिकल कालेज एवं हास्पिटल भोपाल में आदर्श को भरती कराया। रोग इतना बड़ा था कि डाक्टरों ने उन्हें 85 हजार का और स्टीमेट बनाने के निर्देश दिए।
जिला चिकित्सालय से पुन: 85 हजार का स्टीमेट मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत बनाया गया। इस तरह एक लाख 75 हजार रुपए से आदर्श के हृदय के दोनों छेदों को आपरेशन के द्वारा बंद कर दिया गया। आदर्श आज 16 माह का है और पूरी तरह स्वस्थ है।