इटारसी। ईमानदारी आज भी जिंदा है और इसका एक उदाहरण शुक्रवार को देखने को मिला है। केसला में दूध का कारोबार करने वाले करण सिंह नामधारी इटारसी आ रहे थे, तब रास्ते में उनका रुपयों से भरा बैग कहीं गिर गया था। जब वे केसला और इटारसी के बीच एक गांव में पहुंचे तो बैग नहीं था। इसी बीच उनके पास एक फोन आया और सामने वाले ने कहा कि बैग उनको मिला है, आकर ले जाओ। बैग में रुपए व अन्य सामान भी सही-सलामत उनको मिल गया।
6 सितंबर को सुबह केसला के करण सिंघ नामधारी अपने घर से कुछ किसानों की पेमेंट देने के लिए घर से निकले। इटारसी जाते हुए रास्ते में उनका बैग कीरतपुर के पास गिर गया जिसमें तकरीबन 36,500 रुपए, चेक बुक और कुछ खास कागज थे। गांव पहुंचकर उनको अहसास हुआ कि बैग गिर चुका है। तुरंत वापस आये और देखा तो बैग नहीं मिला। सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले तो भी कुछ मदद नहीं मिली। वे अपने पड़ोसी जगदीश के यहां बैग के बारे में बातचीत कर ही रहे थे कि अचानक उनके पास फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह हरीश अग्रवाल है और बैग उनके पास है। उसने बताया कि उसके मित्र इमरान खान कीरतपुर फैक्ट्री से खेड़ा आ रहे थे तो यह रास्ते में मिला। आप आकर ले लीजिए। करण ने खेड़ा जाकर बैग लिया जिसमें रुपए और कागजात पूरे थे। उन्होंने इमरान खान और हरीश अग्रवाल का आभार जताया।