एजीएम ने किया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण, कर्मचारी नेता भी मिले

इटारसी। पश्चिम मध्य रेलवे के सहायक महाप्रबंधक अंशुल गुप्ता ने यहां आज सुबह रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने स्पेशल कोच से बाहर आते ही प्लेटफार्म एक स्थित ड्राइवर लॉबी की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, करीब बीस मिनट यहां रुकने के बाद वे 12 बंगला क्रू मॉडल रनिंग रूम में चालकों के लिए बिछाए पलंग, गद्दों, टॉयलेट से लेकर किचन रूम का जायजा लेकर यहां बैठे ड्राइवरों से खाने की गुणवत्ता की जानकारी ली।
रेलवे स्टेशन क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे एजीएम ने यहां क्रू मॉडल रनिंग रूम का निरीक्षण किया तो यहां की व्यवस्थाएं भी पूछीं। कुछ चालकों ने बताया कि खाना तो अच्छा मिलता है। श्री गुप्ता ने न्यूयार्ड एसी शेड में मेंटनेंस यूनिट, सेमुलेटर कक्ष समेत अन्य स्थानों का जायजा लेकर यहां की कार्यप्रणाली एवं भविष्य की योजना पर चर्चा की। यहां से वापसी में गुप्ता स्टेशन आए और भोपाल के लिए रवाना हो गए। इस दौरे पर डीआरएम शोभन चौधरी, सीनियर डीईई संतोष शर्मा, स्टेशन प्रबंधक एसके जैन, सीटीआई दीपक जेम्स, मुख्य आरक्षण पर्यवेक्षक बीएल कैथवास, आरपीएफ इंचार्ज एसपी सिंह समेत जोन के सभी विभाग प्रमुख मौजूद थे।

कर्मचारी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मिला
एजीएम से कर्मचारी नेताओं ने भी मुलाकात की। रेलवे के कर्मचारी नेताओं का कहना है कि मिडघाट सेक्शन को खत्म कर ड्राइवरों को दिया जाने वाला घाट एनांउस एवं ट्रेनिंग एनाउंस बचाने की फिराक में है। दरअसल रेलवे में भर्ती नए एवं अनुभवहीन पॉयलेट को दो साल गाड़ी चलाने के बाद लोको इंस्पेक्टर घाट पासिंग ट्रेनिंग देते हैं, जिससे उतार-चढ़ाव में गति संतुलन बनाकर चालक सिग्नल क्रास करने जैसी गलती न कर बैठे। इस प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी दिया जाता है, प्रशिक्षण में करीब 20 दिन लगते हैं, इसमें ट्रेनिंग एनांउस मिलता है, बाद में चालकों को घाट एनाउंस भी दिया जाता है। मिडघाट एरिए में लोडेड ट्रेनों को चढ़ाई पार कराने बैंकर इंजन बरखेड़ा में लाकर बुधनी में लाकर काटा जाता है। रेलवे इसी फंड को बचाने घाट सेक्शन को खत्म करना चाहती है।

मुख्यालय वापसी में देरी
ट्रेनों के चालक-परिचालकों को रेलवे बोर्ड के निर्देश पर 24 घंटे के भीतर मुख्यालय वापस बुलाने के निर्देश हैं, लेकिन इस मामले में भी परिचालन विभाग के अफसर मनमानी कर रहे हैं। इटारसी डिपो से जाने वाली मेल-एक्सप्रेस गाडिय़ों का क्रू चेजिंग यहां कराने की बजाए भोपाल में कराया जा रहा है, इस वजह से रनिंग कर्मचारियों का माइलेज बैलेसिंग हीं हो रहा है, जबकि अन्य डिपो में अच्छा माइलेज बन रहा है।

संसाधन और कर्मचारी भेजें
संघ ने डीजल शेड में लगातार मेंटनेंस के लिए भेजे जा रहे एसी लोको के रखरखाव हेतु मेंटनेंस स्टॉफ एवं स्पेयर पाट्र्स दिए जाने की मांग की। इसी तरह इंजीनियरिंग विभाग में ट्रेकमेनों की यूनिट नं. 9, 10, 11 में टूलबॉक्स पेटी एवं महिला चेजिंग रूम के अलावा टॉयलेट का इतंजाम कराने की मांग हुई है।
पूर्व जीएम ने नहीं दिया दर्जा
संघ नेताओं ने जबलपुर जोन के पूर्व महाप्रबंधक पर यहां के बुनियादी प्रशिक्षण केन्द्र को जोनल प्रशिक्षण संस्था का दर्जा नहीं देने और एसी शेड के सिमुलेटर को ट्रेनर मुहैया न कराने की बात रखते हुए जल्द कार्रवाई की मांग की। इसके अलावा भोपाल मंडल के लोको पॉयलेट लॉबी में प्राइवेट कर्मचारियों से बुकिंग एवं सीएमएस पर काम कराया जा रहा है, इस वजह से परिचालन विभाग के कर्मचारियों को परेशानी हो रही है, इस मुद्दे को भी उठाया गया।

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