इटारसी। होशंगाबाद और इटारसी के बीच पवारखेड़ा रेलवे स्टेशन के पास ओएचई लाइन की चपेट में आने से सात मजदूर झुलस गए जिनमें से एक की मौत हो गई जबकि तीन गंभीर हैं। सभी घायलों का उपचार होशंगाबाद के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना शुक्रवार को शाम की है।
उल्लेखनीय है कि भोपाल-इटारसी के बीच रेल्वे की तीसरी लाइन बिछाये जाने का काम चल रहा है। आज पवारखेड़ा के पास कार्य के दौरान कुछक कर्मचारी ओएचई लाइन की चपेट में आ गए जिसमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि अन्य लोगों को गंभीर स्थिति में होशंगाबाद के निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया।
दरअसल तीसरी लाइन पर ओएचई लाइन लगाए जाने का कार्य किया जा रहा था जिसके लिए खंभा क्रमांक 749 पर नया पोल लगाया जा रहा था। खंभा लगाने के दौरान दौरान लोहे का पोल अनियंत्रित होकर अप ट्रेक की ओएचई लाइन के संपर्क में आ गया जिससे कार्य कर रहे सभी लोगों को खतरनाक झटका लगा और सभी लोग करंट से झुलस गए। हादसे में एक कर्मचारी संजय सिंह उम्र 48 वर्ष बताई जा रही है, उसकी मौत हो गई वहीं अन्य सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। सभी घायलों को इटारसी से पहुंची ब्रेकऑन के माध्यम से होशंगाबाद एक निजी अस्पताल इलाज के लिए पहुंचाया गया। काम करने वाले सभी कर्मचारी पेटी कांटेक्टर संजय एंड कंपनी में कार्य करने वाले बताये जा रहे है, हादसे के बाद सवाल उठाए जा रहे हैं कि तीसरी लाइन की ओएचई लाइन के लिए काम चल रहा था तो अपट्रेक की ओएचई लाइन क्यों बंद नहीं की गई, जबकि यह दोनों काफी नजदीक है। इसमें प्रबंधन की लापरवाही नजर आ रही है।
इलाज के लिए घायलों को ब्रेकऑन के माध्यम से होशंगाबाद पहाडिय़ा स्थित रेल्वे डबल फाटक पर उतार कर एम्बुलेंस के माध्यम से पास ही के निजी अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां घायल सित्तू लाल, जमना प्रसाद, भीकम सिंह, दीपक यदुवंशी, विजय यादव, जितेंद्र सिंह का इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सभी घायल करीब 30 से 45 प्रतिशत तक झुलस चुके हैं। घायलों को देखने होशंगाबाद एसपी अरविंद सक्सेना भी अस्पताल पहुंचे थे।