होशंगाबाद। नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव आज सिवनीमालवा के आंवलीघाट व ग्वाड़ीघाट पहुँचे और इन घाटों में लगाए गये पौधो की स्थिति व बीजारोपण के पश्चात हुए अंकुरणों की स्थिति का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि गत 28 मई को आंवलीघाट व ग्वाड़ीघाट सहित नर्मदा नदी के सभी रिपयेरियन जोन में माँ से मनुहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके पश्चात 4 जून को आंवलीघाट व ग्वाड़ीघाट में विभिन्न प्रजाति के लगभग 80 से 100 प्रकार के वनस्पति बीजों का रौपण किया गया था तथा 2 जुलाई को इन घाटों पर वृहद स्तर पर पौधरौपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में नर्मदा परिवार के सहयोग से विभिन्न प्रकार के पौधों का रौपण किया गया था इसके साथ ही 6 अगस्त को प्रकृति रक्षाबंधन कार्यक्रम भी मनाया गया था।
कमिश्नर श्री उमराव ने आंवलीघाट व ग्वाड़ी में लगाए गये बीजो में हुए अंकुरण को देखा, बीजों से निकले पौधे 6-6 इंच के हो गये है और अच्छे से पनप रहे हैं। लगाए गये पौधे भी स्वस्थ स्थिति में है। इस पर कमिश्नर ने प्रशन्नता व्यक्त की और नर्मदा परिवार के सदस्यों की सराहना की जिन्होंने अथक प्रयास करके और कंटीली तार लगाकर पौधा को सुरक्षित बचा रखा है। कमिश्नर ने मौके पर मौजूद नर्मदा परिवार के सदस्यों को समझाईश दी कि वे पौधो करी ओर बेहतर तरीके से देखभाल के विशेष उपाय करे। पौधो को जानवरो से बचाने के लिए कंटीली झाड़ी या तार और अधिक संख्या में लगाए, बागड़ लगाएं और नर्मदा परिवार सामूहिक रूप से बारीबारी से पौधो की सुरक्षा व देखरेख का जिम्मा लेवे।
कमिश्नर के भ्रमण के दौरान अनुविभागीय राजस्व अधिकारी धीरेन्द्र सिंह , तहसीलदार राजेन्द्र पंवार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीना चौहान, नर्मदा परिवार के सदस्यगण और ग्रामीणजन मौजूद थे।
होशंगाबाद। नर्मदापुरम् संभाग कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव आज सिवनीमालवा के आंवलीघाट व ग्वाड़ीघाट पहुँचे और इन घाटों में लगाए गये पौधो की स्थिति व बीजारोपण के पश्चात हुए अंकुरणों की स्थिति का अवलोकन किया। उल्लेखनीय है कि गत 28 मई को आंवलीघाट व ग्वाड़ीघाट सहित नर्मदा नदी के सभी रिपयेरियन जोन में माँ से मनुहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके पश्चात 4 जून को आंवलीघाट व ग्वाड़ीघाट में विभिन्न प्रजाति के लगभग 80 से 100 प्रकार के वनस्पति बीजों का रौपण किया गया था तथा 2 जुलाई को इन घाटों पर वृहद स्तर पर पौधरौपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में नर्मदा परिवार के सहयोग से विभिन्न प्रकार के पौधों का रौपण किया गया था इसके साथ ही 6 अगस्त को प्रकृति रक्षाबंधन कार्यक्रम भी मनाया गया था।
कमिश्नर श्री उमराव ने आंवलीघाट व ग्वाड़ी में लगाए गये बीजो में हुए अंकुरण को देखा, बीजों से निकले पौधे 6-6 इंच के हो गये है और अच्छे से पनप रहे हैं। लगाए गये पौधे भी स्वस्थ स्थिति में है। इस पर कमिश्नर ने प्रशन्नता व्यक्त की और नर्मदा परिवार के सदस्यों की सराहना की जिन्होंने अथक प्रयास करके और कंटीली तार लगाकर पौधा को सुरक्षित बचा रखा है। कमिश्नर ने मौके पर मौजूद नर्मदा परिवार के सदस्यों को समझाईश दी कि वे पौधो करी ओर बेहतर तरीके से देखभाल के विशेष उपाय करे। पौधो को जानवरो से बचाने के लिए कंटीली झाड़ी या तार और अधिक संख्या में लगाए, बागड़ लगाएं और नर्मदा परिवार सामूहिक रूप से बारीबारी से पौधो की सुरक्षा व देखरेख का जिम्मा लेवे।
कमिश्नर के भ्रमण के दौरान अनुविभागीय राजस्व अधिकारी धीरेन्द्र सिंह , तहसीलदार राजेन्द्र पंवार, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रीना चौहान, नर्मदा परिवार के सदस्यगण और ग्रामीणजन मौजूद थे।