इटारसी। सतपुड़ा भगवान शिव को प्रिय रहा है, कहते हैं, सतपुड़ा की वादियों में मिलने वाला हर कंकर शंकर ही होता है। पचमढ़ी से लेकर तिलकसिंदूर तक सतपुड़ा की वादियो ेमें श्रावण मास में भक्तों के मुख से बोल बम के जयकारे गूंजते हैं। श्रावण सोमवार को तो पचमढ़ी के हर शिवधाम के अलावा शरददेव, चौरासी बाबा, तिलक सिंदूर की वादियों में स्थित गुफा मंदिर में भगवान शिव की पूजन और अभिषेक करने श्रद्धालुओं का मेला लग जाता है। सतपुड़ा की वादियों में तिलक सिंदूर देश का एक मात्र ऐसा मंदिर है, जहां पर शिवलिंग पर सिंदूर चढ़ाया जाता है, इसी कारण इस स्थान का नाम भी तिलक सिंदूर पड़ा है। यह परंपरा सैकड़ों वर्ष पहले आदिवासियों ने शुरू की थी जिसका आज भी निर्वहन किया जा रहा है।