काटा कनेक्शन : परीक्षा के दौर में बच्चों का मुश्किल इम्तिहान
इटारसी। एक तो स्कूल में परीक्षा चल रही है, उसके लिए बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन बिजली विभाग भी बच्चों को मुश्किल में डालकर उनका इम्तिहान ले रहा है। दरअसल, जाटव मोहल्ला सोनासांवरी नाका में रहने वाले करीब डेढ़ दर्जन परिवारों के बच्चे सड़क पर स्ट्रीट लाइट की रोशनी में पढऩे को मजबूर हैं। बिजली कंपनी ने इनके घरों की लाइट काट दी है, इनके घरों में बिजली के भारी-भरकर बिल आने से ये बिल नहीं भर पा रहे हैं।
मार्च का महीना है, इस माह को वर्ष समाप्ति का माह, लेखा जोखा कार्यों का माह माना जाता है। वहीं अप्रैल से नई केशबुक शुरु हो जाती है। ऐसे में बिजली कंपनी अपने बकायादारों को कतई छोडऩे के मूड में नजर नहीं आ रही है। बताया जा रहा है कि यह सख्ती पूर्व से ही जारी है और इसी के तहत सोनासांवरी नाका स्थित जाटव मोहल्ला के करीब डेढ़ दर्जन घरों की बिजली इसलिए काट दी गई है कि वह बिल जमा नहीं कर सके। इस बात को चार माह बीत चुके हैं। अब ये सभी मजदूर वर्ग के लोग बिजली के लिए तरस रहे हैं। इनमें कुछ एक ऐसे भी हैं जो बिजली चोरी कर अपना घर रोशन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालात यह है कि परीक्षा के इस मौसम में गरीब मजदूरों के बच्चे स्ट्रीट लाइट की रोशनी में पढ़ाई करने को मजबूर हैं। शनिवार को यहां का दौरा करने पर वहां के निवासी राजेश बरखने ने बताया कि चार माह से यहां के मीटर बंद हैं।
यहीं रहने वालीं महिला अनिता बरखने ने बताया कि बिजली कंपनी ने लाइन काट दी है और मीटर ले जाने की बात करते हैं। महिला भागवती बाई ने बताया कि मीटर बंद है। चार माह में, एक हजार का बिल 10 हजार हो गया है। पोर्टर पर फार्म भरा था, कुछ भी नहीं हुआ है। यहां के बच्चे भी अपनी पीड़ा बताने में पीछे नहीं रहे हैं। बच्चे बोले कि दिन में पढ़ाई करते हैं और रात के वक्त स्ट्रीट लाइट के नीचे पढऩा पड़ रहा है। इधर कुछ लोग बिजली चोरी करने का प्रयास भी कर रहे हैं जो पूर्णत: अवैध ही नहीं अपराध भी है। एक युवक ने बताया कि बिजली के तारों का लंगर बनाकर काम चला रहे हैं।
इनका कहना है…!
बिजली चोरी अपराध है। जहां तक बिलों का सवाल है तो आपने बिजली जलायी है तो बिल तो भरना ही पड़ेगा।
डेलन पटेल, शहर प्रबंधक