किसानों को बेच दी घटिया और मिलावटयुक्त खाद
इटारसी। कृषि उपज मंडी परिसर में स्थित द मध्यप्रदेश स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड के माध्यम से किसानों को घटिया और मिलावट भरी खाद की बोरियां प्रदान की गईं थीं, किसानों की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार ने जाकर मामले को देखा और एसडीओ कृषि को जानकारी दी। एसडीओ कृषि ने खाद के सेंपल लिए हैं, जो जांच के लिए भेजे जाएंगे। इधर सोसायटी के वरिष्ठ सहायक ने नकली खाद होने से साफ इनकार करते हुए कहा है कि यहां से क्षेत्र की सभी सोसायटी को खाद सप्लाई होती है, नकली खाद जैसी कोई बात नहीं है।
आज किसानों ने कृषि उपज मंडी परिसर में स्थित द मध्यप्रदेश स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेव्हलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड के कार्यालय से सुबह खाद खरीदी और अपने खेत पर ले जाकर बोरियां खोली तो उसमें यूरिया, डीएपी और पोटास का मिश्रण दिखा, साथ ही धूल मिट्टी भी थी। जब उन्होंने वापस यहां आकर शिकायत की तो उनको कहा गया कि यही है, लेना है तो लो।
सूचना पर पहुंचे नायब तहसीलदार
किसानों की बात जब नहीं सुनी गई तो उन्होंने वहीं से एसडीएम वंदना जाट को फोन पर ही इसकी जानकारी दी। एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार एनपी शर्मा ने मौके पर जाकर देखा तो बोरियों में नीचे की समेटी हुई खाद भरी हुई थी। उन्होंने तत्काल गोदाम में रखी यूरिया का वितरण कराया और एसडीओ कृषि आरसी जैन को सूचना दी। श्री जैन ने गोदाम पर आकर बोरियों से सेंपल लेकर जांच के लिए ले गए हैं। श्री शर्मा ने बताया कि यहां समेटा हुआ खाद बेचा जा रहा था।
किसान गोपाल कृष्ण निवासी बानापुरा ने बताया कि यहां से किसानों को कुछ भी बोरियों में भरकर दे रहे हैं। हमने तहसील कार्यालय में इसकी शिकायत की है। बानापुरा के ही एक अन्य किसान रामजीवन जाट ने कहा कि वे खाद लेने आए थे। बोरियों में डीएपी के नाम से अन्य खाद भी मिलाकर दे रहे हैं। मिलावट की चीजों से कैसे उत्पादन बढ़ेगा? पुरानी इटारसी के किसान मयंक चौरे ने कहा कि उन्होंने आज सुबह दस बोरी यूरिया खरीदी थी। खेत पर बोरियों को खोला तो उसमें मिलावट दिखी। यहां आकर शिकायत की तो हमसे कहा कि यही है, लेना हो तो लो। हमने एसडीएम को शिकायत की है।