होशंगाबाद। कलेक्ट्रेट के रेवा सभाकक्ष में कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया की अध्यक्षता में अटल बाल पालकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अटल बाल पालक योजना की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जिले में 408 आंगनबाड़ी केन्द्र अटल बाल पालकों द्वारा गोद लिए गए हैं। इनमें 1197 अतिकम वजन के बच्चों में से 987 बच्चों के वजन में सुधार हुआ है। इसी प्रकार 4996 कम वजन के बच्चों में से 4015 बच्चों में सुधार हुआ है। उन्होनें अटल बाल पालकों को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा कि आगे भी कुपोषण के विरूद्ध जंग जारी रखते हुए जिले को कुपोषण मुक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि इसके लिये हमें अभिभावकों का सहयोग प्राप्त करना आवश्यक होगा।
कलेक्टर ने कहा कि कुपोषण का एक प्रमुख कारण अभिभावकों में जागरूकता का अभाव है। वर्तमान परिस्थिति में सुधार के लिए अभिभावकों में बच्चों के रखरखाव एवं खान-पान के प्रति जागरूकता लानी होगी। उन्होंनें कहा कि अटल बाल पालक जब आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाए तो बच्चों के अभिभावकों से मिलकर नियमित रूप से उनकी काउंसलिंग करें। अभिभावकों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण निर्मित करें। उन्होंनें कहा कि कुपोषण मुक्त बच्चों के अभिभावकों का आंगनबाड़ी स्तर पर सम्मान करना इस दिशा में एक प्रेरक कदम होगा।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा श्री संजय त्रिपाठी ने प्रेजेंटेंशन के माध्यम से स्माईल वैन के बारे में जानकारी दी। इस वैन क माध्यम से एक त्रैमास में जिले की समस्त आंगनबाड़ियों का भ्रमण कर बच्चों का चिकित्सकीय परीक्षण किया जायेगा।
इस संबंध में कलेक्टर ने कहा कि यह वैन चलाने के पीछे प्रमुख उद्देश्य बच्चों की बीमारियां पहचानकर उन्हे चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराना है। वैन में जाने वाली चिकित्सकीय टीम पूर्णत: प्रशिक्षित होगी। वैन के माध्यम से अभिभावकों को कुपोषण के बारे में जागरूक भी किया जायेगा। आगे चलकर जिले में ऐसी और वैन्स चलाए जाने की योजना है।
कलेक्टर ने कहा कि जिले को कुपोषण मुक्त कराने का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने इस दिशा में अटल बाल पालकों के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले अटल बाल पालाकों को जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जायेगा।
बैठक में जिलें में चिन्हित 7 पोषण स्मार्ट विलेज के बारे में भी जानकारी दी गई। बैठक में उपस्थित अटल बाल पालकों ने अपने अनुभव बांटे तथा अपने कार्य में आने वाली समस्याओं पर चर्चा की। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री स्वप्निल वानखेड़े, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री पी.सी.शर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी एवं बड़ी संख्या में जिले के अटल बाल पालक उपस्थित रहे।