कुपोषण से मुक्ति के लिए साझा रणनीति की जरूरत

Post by: Manju Thakur

होशंगाबाद। अग्निहोत्री गार्डन में जिला स्तरीय अटल बाल पालक सह स्नेह सरोकार सम्मेलन एवं शौर्या दल सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि जिले को कुपोषण मुक्त बनाने अटल बाल पालकों द्वारा बहुत अच्छा काम किया जा रहा है। उनके प्रयासों का परिणाम है कि जिले में अतिकम तथा कम वजन के बच्चों की संख्या में बहुत कमी आई है। अब जिले को कुपोषण मुक्त बनाने साझा रणनीति बने।
इस दौरान उपस्थित अटल बाल पालकों के छह समूह बनाए तथा उन्हें चर्चा के लिए पौष्टिक आहार, गृह भेंट, हाईरिस्क गर्भवती महिलाएं, आंगनबाडी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण, कम्युनिटी बेस्ड मैनेजमेंट तथा स्माईल वैन के माध्यम से स्वास्थ्य जांच विषय दिए। कलेक्टर ने स्वयं विभिन्न समूहों के साथ बैठकर इन विषयों पर चर्चा की। समूहों के सदस्यों ने चर्चा के दौरान विचार एवं सुझाव रखे। कलेक्टर ने सुझावों की प्रशंसा करते हुए कहा कि निश्चित ही इन पर अमल करने से हम जिले को कुपोषण मुक्त बनाने में सफल होंगे। सम्मेलन में यूनीसेफ की स्टेट न्यूट्रीशन कोऑरडिनेटर पुष्पा अवस्थी ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के उपायों के बारे में बताया। जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. संजय त्रिपाठी ने बताया कि जिले में 506 आंगनबाडियां अटल बाल पालकों द्वारा गोद ली गई हैं। इसके सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं। जिले में अतिकम वजन के बच्चों की संख्या 1992 तक आ गई है तथा साझा रणनीति एवं प्रयासों से यह संख्या और कम की जा सकती है। सम्मेलन में शौर्या दल के प्रशिक्षकों के लिए पाठॠ सामग्री पुस्तिका का विमोचन किया गया। सम्मेलन में नर्मदा अपना अस्पताल की टीम द्वारा लगभग 50 बच्चों का नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

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