होशंगाबाद। क्या आपने भगवान का ऐसा कोई भक्त देखा है, जो हर रोज भगवान से मिलता हो और इतना प्रेम करता हो कि भगवान उसे बुलाए और वह अपना जीवन दांव पर लगा दे। ऐसी ही श्रीकृष्ण की एक भक्त ने उनके बुलावे पर नर्मदा में छलांग लगा दी। हालांकि भगवान ने उसके प्राण स्वीकार नहीं किये और नर्मदा की लहरों पर घूम रहे डोंगे वालों ने उसके प्राण बचा लिये।
भगवान श्रीकृष्ण की मीरा जैसी भक्त का नाम है स्वाति पति भूपेंद्र गौर। उम्र है, 32 वर्ष और यह महिला ग्राम अकोला, थाना शाहगंज, जिला सीहोर की रहने वाली है। यह महिला अपने पति के साथ अपने मायके ग्राम मंगवारी थाना डोलरिया से मोटर साइकिल से अपनी ससुराल ग्राम अकोला थाना शाहगंज सीहोर जा रही थी। नर्मदा ब्रिज पर आने पर महिला ने अपने पति से बोली कि उसकी चप्पल गिर गयी है। पति ने जैसे ही मोटर साइकिल रोकी, तभी स्वाति ब्रिज से नीचे नर्मदा नदी में कूद गयी। उफनती नदी की धार में बह रही महिला को स्थानीय डोंगे चलाने वालों ने बचाया। महिला के पति भूपेन्द्र गौर ने बताया कि उसे समझ नहीं आया कि यह कैसे हुआ। चप्पल गिरना बताकर उसकी पत्नी ने बाइक रुकवायी थी।
महिला स्वाति ने पूछताछ पर बताया कि वह श्रीकृष्णा की भक्त है और राधेकृष्ण को उसने अपने प्राण न्योछावर किये थे, किंतु श्रीकृष्ण ने उसके प्राण स्वीकार नहीं किए। मामले में कोतवाली निरीक्षक विक्रम रजक ने बताया कि महिला के विरूद्ध धारा 309 आईपीसी के तहत प्रकरण दर्ज किया है।