खुद को सर्वेसर्वा समझने वालों पर कसेगा शिकंजा

Post by: Manju Thakur

बैठक में हुआ निर्णय, मनमानी करने वालों को मिलेंगे नोटिस
इटारसी। जिला हॉकी संघ कुछ सीनियर प्लेयर्स द्वारा संघ की नीतियों से परे जाकर व्यवहार करने को लेकर गंभीर हो गया है, जल्द ही ऐसे प्लेयर्स को संघ कारण बताओ नोटिस जारी करेगा जो बिना संघ की जानकारी में
लाए अपनी मर्जी से ट्रायल और टूर्नामेंट में अपनी पसंद के प्लेयर भेज रहे हैं। संघ ने इसे अनुशासनहीनता माना है। ऐसे प्लेयर्स को नोटिस के बाद तीन दिन का वक्त जवाब के लिए दिया जाएगा। इसके बाद मप्र हॉकी संघ और हॉकी
इंडिया को इसकी सूचना दी जाएगी। मप्र हॉकी संघ की आगामी बैठक में भी इस बात पर आपत्ति दर्ज करायी जाएगी कि वहां के पदाधिकारी ट्रायल और टूर्नामेंट के लिए संघ से विधिवत संपर्क नहीं करके ऐसे प्लेयर्स से सीधे संपर्क
क्यों करते हैं। यदि नोटिस के बाद संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है तो ऐसे सीनियर प्लेयर्स को संघ बाहर का रास्ता भी दिखा सकता है। मप्र हॉकी संघ सचिव लोक बहादुर को पत्र लिखकर कहा जाएगा कि मप्र संघ जिला संघ से
संपर्क करे, किसी खिलाड़ी से संपर्क करके निर्णय न लें। बैठक में जूनियर प्लयर्स के बीच कुछ मनमानी करने वाले सीनियर्स के प्रति काफी नाराजी दिखी और उन्होंने अध्यक्ष सुरेश दुबे के कहने पर उनके समक्ष खुलकर अपनी बात
भी रखी।
यह निर्णय आज, यहां गांधी वाचनालय में हुई बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया। संघ की बैठक की सूचना के बावजूद वे प्लेयर्स, जिन पर ऐसे आरोप हैं, बैठक में नहीं आए थे। संघ ने सदस्यता अभियान चलाने पर सहमति व्यक्त
की और 15 अगस्त तक सदस्यों ने निर्धारित शुल्क जमा कर सदस्यता लेने का अनुरोध किया है। इस दौरान संघ के सचिव पद के लिए चुनावों की तिथि 15 सितंबर तय की गई। संघ की बैठक में जिलाध्यक्ष सुरेश दुबे के अलावा
राजेन्द्र सिंह तोमर, मो. यूनिस सिद्दीकी, रविन्द्र जोशी, कन्हैया गुरयानी, दीपसिंह ठाकुर, जयराज सिंह भानू, उदयराज सिंह राजा, आरिफ खान, राजेश सिंह, साजिद मलिक, अरविंद बस्तवार, रवि हरदुआ, राजेश पटवा, सचिन आप्टे,
शफीक खान, गजेन्द्र तोमर, राजू हरदुआ, रीतेश श्रीवास सहित अनेक वरिष्ठ व युवा खिलाडिय़ों ने अपने विचार रखे।
संगठन विरोधी कार्य माना
जिला हॉकी संघ को जानकारी दिए वगैर कतिपय वरिष्ठ खिलाड़ी अपने रिश्तेदारों को उपकृत करने के उद्देश्य से ट्रायल पर और टीमों में शामिल करके भेज रहे हैं, इसे संघ ने न केवल गंभीरता से लिया बल्कि इसे संघ विरोधी कृत्य
माना है। बैठक में तय किया है कि अब बिना संघ की अनुमति के ऐसे किसी कृत्य को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों को नोटिस देकर प्रदेश संघ और हॉकी इंडिया को भी खबर की जाएगी आपत्ति दर्ज करायी जाएगी। यदि ये
खिलाड़ी नहीं मानते हैं तो उनको संघ बाहर किया जाएगा।
अध्यक्ष ने की इस्तीफे की पेशकश
जिला हॉकी संघ के अध्यक्ष सुरेश दुबे ने बैठक के दौरान ही अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश कर दी थी। उनका कहना था कि अध्यक्ष और सचिव पद पर एकसाथ चुनाव करा लिए जाएं, लेकिन उपस्थित सदस्यों ने उनके इस्तीफे की
पेशकश को स्वीकार नहीं किया। सदस्यों का कहना है कि केवल सचिव पद पर चुनाव कराए जाएं, जो काफी दिनों से रिक्त है। अध्यक्ष पद पर श्री दुबे को ही रहने का निवेदन सदस्यों ने किया। सचिव पद पर चुनावों के बाद कार्यकारिणी
के अन्य पदों पर मनोनयन होना तय किया गया।
अपग्रेड होगा संघ कार्यालय
बैठक में ही जिला हॉकी संघ के कार्यालय को अपग्रेड करने पर सहमति जतायी गई। अध्यक्ष सुरेश दुबे ने प्रस्ताव रखा कि कार्यालय को हर रोज कम से कम एक घंटे के लिए खोला जाए, इसके साथ की कार्यालय में कम्प्यूटर रखने
और इंटरनेट कनेक्शन कराने पर भी सदस्यों ने सहमति जतायी। कम्प्यूटर और इंटरनेट के बाद जिला हॉकी संघ एक ई-मेल आईडी तैयार करेगा और इसी आईडी पर अन्य संघों से खेल के हर प्रकार की सूचनाओं का आदान-प्रदान
होगा और इसे ही अधिकृत करके यही मान्य किया जाएगा।
ये निर्णय भी हुए
ट्रायल और टीम में सलेक्शन के वक्त बच्चे के परिवार का हस्तक्षेप नहीं होगा
जो हॉकी संघ की नीतियों के विपरीत जाए उसे बाहर करें, कितना भी बड़ा हो
स्कूल शिक्षा विभाग से स्कूलों की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के लिए पत्रचार करें
टूर्नामेंट में जिसे जिम्मेदारी दी है, वही काम करेगा, दूसरा कोई हस्तक्षेप नहीं करे
स्कूल स्तर पर बच्चों को हॉकी प्रशिक्षण के लिए स्कूलों से संपर्क किया जाएगा

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